Haryana GK District Wise PDF Notes in Hindi
1 नवम्बर 1966 में बने हरियाणा के जिले – गुड़गाँव, हिसार, अम्बाला, रोहतक, जींद, करनाल, महेंद्रगढ़
22 दिसम्बर 1972 को 2 जिले और बने जिनके नाम है – भिवानी और सोनीपत
23 जनवरी 1973 को कुरुक्षेत्र जिला बना
26 अगस्त 1975 को सिरसा जिला बना
15 अगस्त 1979 को फरीदाबाद जिला बना
1 नवम्बर 1989 को 4 जिले बने जिनके नाम है – कैथल, रेवाड़ी, पानीपत, यमुनानगर
15 अगस्त 1995 को पंचकूला जिला बना
15 जुलाई 1997 को 2 और जिले बने जिनके नाम है – झज्जर और फतेहाबाद
4 अप्रैल 2005 को मेवात जिला बना
15 अगस्त 2008 को पलवल जिला बना
1 दिसंबर 2016 को चरखी दादरी जिला बना
नोट : पानीपत ऐसा जिला है जो 2 बार बना है पहले 1989 में और फिर दोबारा 1992 में
1. गुडगाँव – 1 नवम्बर 1966
2. रोहतक – 1 नवम्बर 1966
3. करनाल – 1 नवम्बर 1966
4. अम्बाला – 1 नवम्बर 1966
5. जींद – 1 नवम्बर 1966
6. हिसार – 1 नवम्बर 1966
7. महेंद्रगढ़ – 1 नवम्बर 1966
8. भिवानी – 22 दिसम्बर 1972
9. सोनीपत – 22 दिसम्बर 1972
10. कुरुक्षेत्र – 23 जनवरी 1973
11. सिरसा – 26 अगस्त 1975
12. फरीदाबाद – 15 अगस्त 1979
13. कैथल – 1 नवम्बर 1989
14. पानीपत – 1 नवम्बर 1989
15. यमुनानगर – 1 नवम्बर 1989
16. रेवाड़ी – 1 नवम्बर 1989
17. पंचकूला – 15 अगस्त 1995
18. झज्जर – 15 जुलाई 1997
19. फतेहाबाद – 15 जुलाई 1997
20. मेवात – 4 अप्रैल 2005
21. पलवल – 15 अगस्त 2008
22. चरखी दादरी – 1 दिसंबर 2016
इन सभी 22 जिलों के नामकरण की अलग अलग वजह थी अब हम आगे इन सभी जिलों के नामकरण के बारे में पढ़ेंगे की कैसे इन जिलों के नामकरण हुए
1. गुडगाँव – गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर
2. रोहतक – राजा रोहतास के नाम पर
3. करनाल – दानवीर कर्ण के नाम पर
4. अम्बाला – आमों के अधिक बाग़ थे इसलिए इसका नाम अम्बाला बड़ा और माँ अम्बा के नाम पर
5. जींद – जयंती देवी के नाम पर
6. हिसार – 4 गेट के कारण (लाहौरी गेट, नागौरी गेट, मोरी गेट और तलाकी गेट)
7. महेंद्रगढ़ – राजा नरेंद्र सिंह के बेटे महेंद्र के नाम पर
8. भिवानी – राजा नीम सिंह की पत्नी भानी के नाम पर
9. सोनीपत – श्रवण कुमार के नाम पर
10. कुरुक्षेत्र – राजा कुरु और कौरवो के नाम पर
11. सिरसा – शिरीष के पेड़ अधिक थे
12. फरीदाबाद – बाबा फरीद के नाम पर
13. कैथल – ऋषि कपिल मुनि के के नाम पर और हनुमान जी की जन्मस्थली थी
14. पानीपत – पाणिनि ऋषि के नाम पर
15. यमुनानगर – यमुना नदी के किनारे होने के कारण
16. रेवाड़ी – बलराम की पत्नी रेवती के कारण
17. पंचकूला – 5 कूपों के कारण 5 झरनो के कारण
18. झज्जर – किसान छज्जू राम के कारण
19. फतेहाबाद – फिरोजशाह के बेटे फ़तेह खान के नाम पर
20. मेवात – मेव जाति अधिक होने के कारण
21. पलवल – पलमबासुर की राजधानी होने के कारण पुलाम्बासुर
22. चरखी दादरी – दादुर मेंढ़क के कारण
इन सभी 22 जिलों के बारे में अब हम विस्तार से पढ़ेंगे
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गुडगाँव (गुरुग्राम) जिला
गुड़गांव का नामकरण गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर हुआ और गुरु द्रोणाचार्य की पत्नी का नाम शीतला माता था। शीतला माता का दूसरा नाम कृपी था।
सबसे पहले गुड़गाँव को गुरुग्राम ही कहते थे लेकिन उसके बाद गुड़गाँव को गुड़गाँव मसानी कहने लगे और उसके बाद इसे फिर से गुड़गाँव कहने लगे और अब वर्तमान में इसका नाम फिर से गुरुग्राम हो गया है।
गुड़गाँव को गुरुग्राम कब से कहने लगे वर्तमान में – 12 अप्रैल 2016 से
गुड़गाँव एक मंडल है और पुलिस कमिश्नरी भी है
नोट : हरियाणा में 6 मंडल है – गुड़गाँव, फरीदाबाद, रोहतक, करनाल, अम्बाला और हिसार
नोट : हरियाणा में 3 पुलिस कमिश्नरी – गुड़गाँव, फरीदाबाद और पंचकूला
गुड़गाँव मंडल में 3 जिले आते है – गुड़गाँव, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़
गुड़गाँव का मानेसर जिला एक पुलिस जिला है यह 02 फरवरी 2018 में पुलिस जिला बना
नोट : हरियाणा में 2 पुलिस जिले है – मानेसर और हिसार
हरियाणा की पहली साइबर क्राइम ब्रांच का थाना गुडगाँव में है
गुड़गाँव शहर को क्या क्या कहा जाता है :
मिलेनियम सिटी
मेडी सिटी
सौर सिटी
साइबर सिटी
इलेक्ट्रॉनिक सिटी
मॉल सिटी
सपनो की नगरी
लखपतियों का शहर
चमचमाता शहर
मनोरंजन हब
उधोग विहार
कॉल सेन्टर ऑफ़ कैपिटल
गुड़गाँव सबसे अधिक साक्षरता वाला जिला है और गुड़गाँव में महिला साक्षरता सबसे ज्यादा है।
गुड़गाँव को हरियाणा की आर्थिक राजधानी भी कहते है
उर्दू के कवि अयोध्या प्रशाद औलिया गुडगाँव से ही है
हीरो हौंडा कंपनी भी गुड़गाँव में है और सबसे पहले गुडगाँव में ही आयी थी ये कंपनी
एशिया का सबसे बड़ा मॉल अम्बिएंस मॉल भी गुड़गाँव में है
फूल मंडी भी गुड़गाँव में है
मानेसर में चौधरी देवीलाल औधोगिक नगरी है जो 500 एकड़ ज़मीन में फैली है
गुड़गाँव में सोहना कुंड भी है को गरम पानी के चश्मों के लिए प्रसिद्ध है
हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान गुडगाँव में है
राष्ट्रीय उद्यान (बाग) बोर्ड गुडगाँव में है
शीतला माता मंदिर का निर्माण राजा जोहरसिंह ने करवाया था 1650 ईस्वी में। शीतला माता को चेचक की देवी भी कहा जाता है
1925 में ज्योतिष मार्तण्ड अख़बार का प्रकाशन गुडगाँव से हुआ था
शीतला माता बोर्ड का गठन 1951 में हुआ था इसका अध्यक्ष मुख्यमंत्री होता है
सोहना कार रैली 1964 में हुई थी जिसे कार विंटेज रैली कहा जाता है क्योकि ये पुरानी कारो की रैली थी
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्दान: सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्दान भी गुड़गाँव में है और इसका दूसरा नाम सलीम अली पक्षी विहार भी है, सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्दान साइबेरियन सारस पक्षी के लिए प्रसिद्ध है।
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्दान – 1971 में वन्य जीव अभ्यारण घोषित हुआ
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्दान – 1972 में जलीय जीव अभ्यारण घोषित हुआ
गुड़गाँव में मारुती सुजुकी का प्लांट है मानेसर में (1981 में मारुती का प्लांट लगा था और 1982 में जापान की कंपनी सुजुकी को मारुती के साथ मिला दिया गया)
NSG कमांडो ट्रेनिंग सेन्टर की स्थापना – 1984-85 में गुडगाँव में हुई
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्दान – 1989 में राष्ट्रीय उद्दान का दर्जा मिला
सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्दान – 1991 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा मिला
राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र गुडगाँव में ही है को 1997 में बना था
गुडगाँव को 2008 में नगर निगम का दर्जा दिया गया
हरियाणा में सबसे पहले मेट्रो गुड़गाँव में 2010 में चली थी।
हरियाणा में अमेटी यूनिवर्सिटी गुडगाँव में है जो 2010 में बनी थी।
हरियाणा का पहला खाद्य बैंक 2013 में गुडगाँव में बना
राहगीर नमक योजना गुडगाँव से ही चलायी गयी थी 2013 में और 22 दिसंबर को राहगीर डे भी मनाया जाता है
मिशन T.B की शुरुआत गुडगाँव से ही हुई थी इसके ब्रांड एम्बेसडर अमिताभ बच्चन है
हरियाणा महानगरीय प्राधिकरण बोर्ड की स्थापना 2017 में गुडगाँव में हुई
गुड़गाँव का मानेसर जिला एक पुलिस जिला है यह 02 फरवरी 2018 में पुलिस जिला बना
हरियाणा में GDP में सबसे अधिक योगदान गुडगाँव का ही होता है
नेशनल टेनिस अकादमी भी गुड़गाँव में है
K.M.P कुंडली मानेसर पलवल हाईवे है जो गुड़गाँव से संबंधित है
गुड़गाँव के स्टेडियम :
ताऊ देवी लाल स्टेडियम
नेहरू स्टेडियम
गुडगाँव के मंदिर :
एकलव्य मंदिर
शीतला माता मंदिर
गुडगाँव की मस्जिद :
सराय अलवर्दी की मस्जिद जिसका निर्माण अलाउद्दीन खिलजी में करवाया था
गुडगाँव के महल :
पटौदी महल – इब्राहिम अली खान ने बनवाया था इसे और इसको बनाने वाला वास्तुकार हेंज था
शीश महल – यह फरुखनगर में है और इसका निर्माण फौजदार खान ने करवाया था।
गुडगाँव के किले :
गोपाल गिरी का किला – इसका निर्माण बलबन ने करवाया था
सोहना का किला – इसका निर्माण राजा जवाहर सिंह ने करवाया था
गुडगाँव में 1857 की क्रांति :
गुडगाँव में 13 मई 1857 को इस क्रांति की शुरुआत हुई
पटौदी से नेतृत्व – अकबर अली ने किया
फरुखनगर से नेतृत्व – अहमद अली ने किया
गुडगाँव की झीलें :
दमदमा झील – यह सोहना में है और हरियाणा की सबसे बड़ी झील है
सुल्तानपुर झील – यह फरुखनगर में है
खलीलपुर झील – गुडगाँव में है
गुडगाँव के पार्क :
हाई टेक टेक्नोलॉजी पार्क
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क
बायोटेक टेक्नोलॉजी पार्क
आई टी पार्क
शमा पर्यटन स्थल
नेताजी सुभाष चंद्र पार्क
रत्न आभूषण पार्क
तितली पार्क – किंगडम ऑफ़ ड्रीम्स को कहते है यह भारत का पहला लाइव मनोरंजन थिएटर पार्क है
नोट : वाटर पार्क गुडगाँव में है जो मतदाता जागरूकता के लिए है
गुडगाँव के विश्वविधालय :
ITM विश्वविधालय – 1996
AMITY विश्वविधालय – 2010
G.D गोयन विश्वविधालय – 2013
हरी मंदिर संस्कृत विश्वविधालय
गुडगाँव के मेले :
शीतला माता का मेला
बुद्ध माता का मेला
बूढ़ी तीज का मेला
भक्त पूर्णमल का मेला
गुडगाँव के प्रमुख ख़निज :
कांच, बालू और चीनी मिट्टी
चीनी मिट्टी : सिकंदरपुर में मिलती है
गुडगाँव के सौर ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा :
राष्ट्रीय सौर संस्थान
अंतरराष्ट्रीय सौर संस्थान का मुख्यालय
राष्ट्रीय गाँधी अक्षय ऊर्जा केंद्र
फरीदाबाद जिला
फरीदाबाद हरियाणा का सबसे छोटा जिला है लेकिन फरीदाबाद की जनसँख्या सबसे ज्यादा है
फरीद बाबा ने फरीदाबाद को बसाया था यह एक सूफी संत थे इन्होने फरीदाबाद को 1607 में बसाया था
फरीदाबाद को उधोग नगरी भी कहते है
फरीदाबाद को डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के सपनो की नगरी कहते है
1669 में गोकुल जाट और औरंगजेब की लड़ाई फरीदाबाद में हुई थी
1857 की क्रांति में बल्लभगढ़ का नेतृत्व नाहर सिंह ने किया था
बड़खल झील फरीदाबाद में है इसका निर्माण 1947 में हुआ था
सूरजकुंड मेला फरीदाबाद में लगता है सूरजकुंड मेले का निर्माण अनंगपाल ने करवया था 1987 में
बल्लभगढ़ फरीदाबाद में है
बल्लभगढ़ का वर्तमान नाम बलरामगढ़ है और बल्लभगढ़ के संस्थापक गोपाल सिंह है
बल्लभगढ़ किले का निर्माण बल्लू ने शुरू किया था लेकिन किशन सिंह ने इसे पूरा करवाया। किशन सिंह, बल्लू का बेटा था
इसे ही राजा नाहर सिंह का किला कहते है तो राजा नाहर सिंह का किला फरीदाबाद में है
महाभारत कालीन गांव तिलपत फरीदाबाद में है
फरीदाबाद के तिगांव को शहीदो का गांव कहा जाता है
फरीदाबाद के तिगांव और भनकपुर में हर रोज सुबह राष्ट्रीय गान गाया जाता है
पर्यावरण न्यायालय फरीदाबाद में है
नोट – हरियाणा में 2 पर्यावरण न्यायालय है पहला हिसार में और दूसरा फरीदाबाद में है
YMCA विश्वविधालय फरीदाबाद में है
फरीदाबाद के व्यक्ति :
सोनू निगम फरीदाबाद से है
ऋचा शर्मा फरीदाबाद से है
सूरदास का संबंध फरीदाबाद के सीही गांव से है
फरीदाबाद के उधोग :
कागज़ उधोग
सूती कपडा उधोग
कृषि यंत्र उधोग
चमड़ा उधोग
प्लास्टिक उधोग
बाटा शू कंपनी
राजदूत मोटरसाइकिल
एस्कॉर्ट ट्रेक्टर
केल्विनेटर रेफ्रिजरेटर उधोग
ऑटो टायर एंड ट्यूब
इलेक्ट्रॉनिक्स उधोग
हलके इंजीनियरिंग उधोग
फरीदाबाद की झीलें :
बड़खल झील
धौज झील
फरीदाबाद के स्टेडियम :
नाहर सिंह स्टेडियम
फरीदाबाद के मेले :
बलदेव छठ का मेला
जन्माष्टमी का मेला
कान्हा गौशाला का मेला
कालका का मेला
गोगा पीर का मेला
बाबा उदास नाथ का मेला
फूल डोर का मेला
कनुवा का मेला
शिव चौदस का मेला
मेवात जिला
मेवात जिले का नाम मेवात इसलिए पड़ा क्योकि यहां मेंव जनजाति अधिक रहती थी
मेवात जिले का प्राचीन नाम सत्यमेव पुरम है
1265 में बलबन ने मेवात के सभी जंगल कटवा दिए थे
1527 में हसन खान मेवाती ने बाबर का विरोध किया था
1857 की क्रांति में मेवात का नेतृत्व सदरुद्दीन मेवाती ने किया था
मेवात विकास बोर्ड का गठन 1980 में हुआ
मेवात जिले की घोषणा 2 अक्टूबर 2004 को गाँधी जयंती के दिन ओम प्रकाश चौटाला ने की थी
2005 में कांग्रेस ने इस जिले का नाम मेवात रखा पहले सत्यमेव पुरम के नाम से जाना जाता था
2016 में भारतीय जनता पार्टी ने इसका नाम बदलकर नूह रख दिया
मेवात में सबसे काम पढ़े लिखे लोग है इसलिए यहाँ की साक्षरता दर हरियाणा में सबसे कम है
हरियाणा का पहला चल न्यायालय – मेवात में है
हरियाणा का पहला ISO (International Standard Organisation) मेवात के विवा गांव में है
दूरदर्शन का रिले स्टेशन फ़िरोज़पुर झिरखा में है
मेवात के मरोड़ा गांव का नाम बदलकर डोनाल्ड ट्रम्प के नाम पर रखा गया है
मेवात का घासेड़ा गांव को गाँधी गांव कहा जाता है
मेवात के फिरोजपुर झिरका को राजस्थान ने तीनों और से घेरा हुआ है
भारत का पहला कंट्री क्लब मेवात में है
भारत का पहला मोबाइल कोर्ट मेवात में है
कंट्री क्लब गोल्फ कोर्स मेवात में है
शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज मेवात में है, हसन खान मेवाती यूनिवर्सिटी भी मेवात में है
यूनानी कॉलेज मेवात में है
हरियाणा की GDP में सबसे कम योगदान मेवात जिले का है
सबसे कम क्षेत्रफल वाला मंडल फरीदाबाद है
अरावली पर्वत श्रंखला नूह में है इसको मेवात की पहाड़ी भी बोला जाता है मेवात की पहाड़ी में एक जगह का नाम है इंदौरी जहाँ से इंदौरी नदी निकलती है
इंदौरी नदी सहायक नदी है – साहिबी नदी की
मेवात में यमुना नदी भी बहती है
नूह जिले की आरजू ने पाकिस्तान के क्रिकेटर हसन अली से शादी की है
मेवात के नृत्य :
मंजीरा
रतवाई नृत्य
मेवात की झीलें :
कोटला झील
उजीणा झील
संगेल झील
चन्देली झील
मेवात का किला :
तावड़ू का किला मेवात में है
झूमती हुई मीनार मेवात में है
नोट : इस किले को भी राजा नाहर सिंह का किला कहा जाता है और बल्लभगढ़ के किले को भी राजा नाहर सिंह का किला कहा जाता है
मेवात का तालाब :
चुहिमल तालाब मेवात में है
छुईमुई का तालाब मेवात में है
मेवात के व्यक्ति :
संस्कृत की पहली मुस्लिम लेक्चरार : शबनम बानो मेवात से है
मेवात के मेले :
नूह में रावण का मेला लगता है
मेवात की मज़ार :
मूसा शेख की मज़ार नूह में है
मेवात का पार्क :
गाँधी पार्क
पलवल जिला
पलवल का प्राचीन नाम उपवाला, अपलव, कॉटन सिटी और शुगर सिटी है
1857 की क्रांति में पलवल का नेतृत्व गफूर अली ने किया था
10 अप्रैल 1919 को गाँधी को पलवल से गिरफ्तार किया गया था
नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने महात्मा गाँधी आश्रम की नींव रखी थी
पलवल में पांडव वन है और यमुना नदी बहती है
पलवल की मिट्टी दोमट और काली मिट्टी है
पलवल में मुख्यत गेहू, चावल, कपास और गन्ने की खेती होती है
पलवल के होडल में सती का स्थान है जहा सती माता का मेला लगता है
पलवल की स्थापना 13 अगस्त 2008 को हुई थी
पलवल फरीदाबाद मंडल के तहत आता है
पलवल का प्रमुख नृत्य रसिया है
पलवल का नामकरण पलवासुर नामक राजा ने किया था
पलवल से नेशनल हाईवे 44 और नेशनल हाईवे 71B होकर गुजरता है
मुग़लकालीन पुस्तक ” आईने अकबरी ” में पलवल को अपलव लिखा गया है
पलवल में जलमहल भी है
नोट : हरियाणा में 2 जलमहल है पहला पलवल में है और दूसरा नारनौल में है
पलवल की झीलें :
पलवल में डबचिक झील है
पलवल की हवेली :
पलवल की हवेली होडल में है
काशीराम की हवेली होडल में है
पलवल के महल :
किशोरी महल – होडल में है
बाराखंबी छतरी महल – होडल में है
पलवल के मंदिर :
पंचवटी मंदिर – हरियाणा का सबसे बड़ा हनुमान मंदिर पंचवटी मंदिर है
दाऊ जी का मंदिर पलवल में है
तीज वाला मंदिर पलवल में है
पलवल के मेले :
फुलडोर का मेला होडल में लगता है
सती रमणी का मेला पलवल में लगता है
रक्षा बंधन का मेला पलवल में लगता है
पलवल के मुख्यालय :
हरियाणा संस्कृत अकादमी का मुख्यालय पलवल में है
हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड
पलवल के विश्वविधालय :
विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविधालय
पलवल के प्रमुख व्यक्ति :
लाला मुरलीधर : इनका जन्म 1850 में हुआ था
ये हरियाणा के सत्याग्रही माने जाते है
लाला मुरलीधर हरियाणा में कांग्रेस की पहली शाखा 1886 में लेकर आये थे
वैसे लाला मुरलीधर की कर्मभूमि अम्बाला है और अम्बाला से इन्होने खैर नामक अखबार निकाला था 1899 में
लाला मुरलीधर को राय बहादुर की उपाधि 1898 में मिली
लाला मुरलीधर को केसर ऐ हिन्द की उपाधि 1904 में मिली
लाला मुरलीधर को ओल्ड मैन ऑफ़ पंजाब कहा जाता है – Old Man of Punjab
सुनील लाम्बा : नौसेना अध्यक्ष है इनका संबंध भी पलवल से है
पलवल के उधोग :
साइकिल उधोग
शक्कर उधोग
धागा उधोग
पलवल के किले :
माटिया वाला किला पलवल में है
पलवल के घाट :
द्रोपदी घाट पलवल में है
पलवल के स्टेडियम :
नेता जी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम
हिसार जिला
हिसार जिले का प्राचीन नाम ईसुयार और हिसार ऐ फ़िरोज़ा था
हिसार जिले के उपनाम – मेग्नेट सिटी, स्टील सिटी, इस्पात सिटी
हिसार एशिया की सबसे बड़ी इस्पात मंडी है
हिसार में पर्यावरण न्यायालय भी है
नोट : हरियाणा में केवल 2 जगह पर्यावरण न्यायालय है पहला हिसार और दूसरा फरीदाबाद
हिसार की प्रसिद्ध मिठाई पेड़ा है
हिसार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है और कार्गो हवाई अड्डा बनेगा जिसमे हवाई जहाजों की मरम्मत हो सकेगी
एशिया की सबसे बड़ी ऑटो मार्किट हिसार में है
एशिया का सबसे बड़ा पशु फार्म हिसार में है
हिसार का सिसाय गांव हरियाणा का सबसे बड़ा गांव है
हरियाणा का पहला WiFi गांव – जुगलान है जिसे दुष्यंत चौटाला ने बनवाया है
राजीव गाँधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ हिसार में है
हिसार में सिंचाई भाखड़ा नहर से होती है और हांसी में सिंचाई पश्चिमी यमुना नहर से होती है
हिसार का नृत्य गणगौर नृत्य है
Marvel Tea का उद्योग हिसार में है उकलाना में
हांसी का युद्ध 1037 में मसूद और कुमार देव के बीच हुआ था
हिसार की स्थापना 1354 में फ़िरोज़शाह तुगलक ने की थी
ईस्ट इंडिया कंपनी ने हिसार में 1809 में कैटल फार्म की स्थापना की
हांसी से 1857 की क्रांति का नेतृत्व हुकुम सिंह ने किया था
हांसी का वर्णन बिजौलिया अभिलेख में मिलता है
हांसी का किला पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया है
लाला हरदेव सिंह ने 1936 में ग्राम सेवक समाचार पत्र निकाला
भेड़ प्रजनन केंद्र – 1985 में
भैंस प्रजनन केंद्र – 1985 में
अश्व प्रजनन केंद्र – 1986 में
सूअर प्रजनन केंद्र – 1986 में
मुर्राह भैंस का कौशल विकास केंद्र फतेहाबाद में है। हिसार जिले की मुर्राह नस्ल की भैंस सरस्वती ने 32.66 लीटर दूध देकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है
लाला लाजपत राय ने 1886 में आर्य समाज की शाखा स्थापित की और 1887 में हिसार में कांग्रेस की शाखा खुलवाई
हिसार जिला बना 1 नवंबर 1966 में
Haryana Agriculture University (HAU) ( हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी) 1970 में बनी लेकिन 1991 में Haryana Agriculture University (HAU) का नाम बदलकर चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय रख दिया गया और चौधरी चरण सिंह के जन्म दिन यानि 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
Guru Jambheswar University गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी की 1995 में स्थापना हुई
हरियाणा विधुत कारपोरेशन बोर्ड की स्थापना Haryana Vidhut Corporation Board – 1997 में हुई थी
Haryana Vidhut Corporation Board हरियाणा विधुत कारपोरेशन बोर्ड 1999 में 2 भागो में बट गया जो निम्न है : UHBVN और DHBVN
आकाशवाणी केंद्र और दूरदर्शन केंद्र हिसार जिले में ही है
आकाशवाणी केंद्र – 26 जनवरी 1999 में बना
दूरदर्शन केंद्र – 1 नवंबर 2002 में बना
हिसार में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विश्वविधालय 2010 में बना
हिसार का अर्थ है किला
हिसार एक नगर निगम है
आसीरगढ़ का किला भी हिसार में है जो पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था हांसी में
आसीरगढ़ के किले को जॉर्ज थॉमस ने अपनी राजधानी बनाया था
जॉर्ज थॉमस ने हांसी में जहाज कोठी का निर्माण करवाया
आसीरगढ़ के किले को तलवारो का किला भी कहा जाता है
हांसी में तलवारो का कारखाना लगवाया था दोपहर नमक व्यक्ति ने
हांसी जिले में बुआ कुंवारी का मंदिर है
हिसार का हांसी जिला पुलिस जिला है और हांसी हरियाणा की सबसे बड़ी तहसील है और हांसी का पुराना नाम आसी था।
नोट : हरियाणा में 2 पुलिस जिले है एक हांसी और दूसरा मानेसर
1354 में फ़िरोज़शाह तुगलक ने 4 गेट बनवाये
मोरी गेट
नागौरी गेट
दिल्ली गेट
तलाकी गेट
हिसार हरियाणा का सबसे ठंडा जिला भी और सबसे गर्म जिला भी है
हिसार में गुजरी महल है जो फ़िरोज़शाह तुगलक ने अपनी प्रेमिका गुजरी की याद में बनवाया था। गुजरी का वास्तविक नाम रुक्सी था।
गुजरी महल में ही लाट की मस्जिद है
गुजरी महल में भूमिगत जेल है
गुजरी महल में ही दीवान ऐ आम है जो फ़िरोज़शाह तुगलक की कचहरी कहलाती थी
हिसार से किस किस जिले की सीमा लगती है :
रोहतक
भिवानी
जींद
फतेहाबाद
हिसार के साथ किस राज्य की सीमा लगती है – राजस्थान
हिसार के प्रजनन केंद्र :
भेड़ प्रजनन केंद्र – 1985 में
भैंस प्रजनन केंद्र – 1985 में
अश्व प्रजनन केंद्र – 1986 में
सूअर प्रजनन केंद्र – 1986 में
हिसार की मस्जिद और दरगाह :
लाट की मस्जिद
चार क़ुतुब दरगाह
मीठा पीर की दरगाह
चालीस हाफ़िज का मकबरा
हिसार के प्रसिद्ध व्यक्ति :
लाला लाजपत राय : इन्होने 1886 में आर्य समाज की शाखा स्थापित की और 1887 में हिसार में कांग्रेस की शाखा खुलवाई
मल्लिका शेरावत और यशपाल शर्मा फ़िल्मी कलाकार भी हिसार से है
पंडित जसराज – इनका जन्म 28 जनवरी 1930 में हुआ और मृत्यु 17 अगस्त 2020 में हुई है
पहलवान चंदगीराम भी हिसार जिले से है जिन्हे भारत केशरी और हिन्द केसरी कहा जाता है
गीतिका जाखड़ और ललिता सेहरावत दोनों हिसार से है और ये दोनों कुश्ती की खिलाड़ी है
चंद्रावल फिल्म की हीरोइन उषा शर्मा भी हिसार से है
पर्वतारोही अनीता कुंडू , शिवांगी पाठक और माडवी गर्ग भी हिसार जिले से है
अनीता कुंडू : माउन्ट एवरेस्ट पर दोनों साइड से चढ़ने का रिकॉर्ड बनाया है और अर्जेंटीना की चोटी अकोकागोवा पर भी चढ़ने का रिकॉर्ड बनाया है
शिवांगी पाठक : सिर्फ 16 साल की आयु में माउन्ट एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड बनाया है
माडवी गर्ग : अंधी होते हुए भी माउन्ट एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड बनाया है
हरियाणा के पहले राज्य कवि – उदयभानु हंस भी हिसार जिले से है
उदयभानु हंस की कविता का नाम “देशा में देश हरियाणा“
लेख राम जिन्होंने रोहतक में बम्ब बनाया था वो भी हिसार जिले से है
हरियाणा के प्रसिद्ध कवि – विष्णु प्रभाकर भी हिसार जिले से है
हरियाणा के प्रसिद्ध सांगी – रामकृष्ण व्यास भी हिसार जिले से है
कृष्णा पुनिया भी हिसार जिले से है
कुचिपुड़ी नृत्यांगना : शालू जिंदल भी हिसार जिले से है
नोट : शालू जिंदल, नवीन जिंदल की पत्नी है और नवीन जिंदल ने ही आम आदमी को तिरंगा झंडा फहराने की अनुमति दिलवाई थी
हिसार जिले के सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट में जज बने है और 2025 में वे सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भी बनेंगे
हिसार के पर्यटन स्थल :
फ्लेमिंगो
हिसार की झीले :
ब्लू बर्ड
ब्लैंक बर्ड
हिसार के पर्यटन स्थल :
राखीगढ़ी : राखीगढ़ी की खोज सूरजभान ने की थी (किसी किसी बुक में अमरनाथ भी दिया गया है लेकिन सूरजभान सही है)
प्राचीन समय में राखीगढ़ी चोटांग नदी जिसका दूसरा नाम दृष्द्ती नदी है उस के किनारे पर बसा हुआ था
सूरजभान कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से थे
राखीगढ़ी से एक व्यक्ति का कंकाल और मिट्टी के बर्तन मिले है
2019 में राखीगढ़ी से 2 कंकाल और मिले जिसमे एक पुरुष का था और स्त्री का था
जौ, चावल और शंख भी राखीगढ़ी से मिले है
टेराकोटा की ईट और मनके के अवशेष भी राखीगढ़ी से मिले है
सीसवाल सभ्यता : इसकी खोज भी सूरजभान ने की थी और यह मुख्यत कृषक सभ्यता थी और यहाँ से ताम्बे के औजार मिले है
अग्रोहा : इसका प्राचीन नाम अग्रोदक था और यह महाराजा अग्रसेन की राजधानी थी
अग्रोहा का मंदिर का निर्माण 1976 में शुरू हुआ था और 1984 में यह मंदिर बना और यह मंदिर एक ईट और एक रुपया के नारे पर बना था
अग्रोहा नेशनल हाईवे 9 पर है
नोट : हिसार में 2 नेशनल हाईवे है पहला 9 और दूसरा 52
अग्रोहा से संगीत के 7 स्वर के साक्ष्य मिले है और अग्रोहा से प्राचीन टक्साले भी मिली है
हिसार के मेले :
बुआ का मेला
किसान मेला
गोगा नवमी का मेला
अग्रसेन जयंती मेला
शिवजी का मेला
हिसार के मंदिर :
जैन मंदिर
बिश्नोई मंदिर
देवी भवन मंदिर
हिसार के स्टेडियम :
महावीर स्टेडियम
हिसार के विश्वविधालय :
लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विश्वविधालय
गुरु जम्भेश्वर विश्वविधालय
चौधरी चरण सिंह विश्वविधालय
हिसार के प्रमुख उद्योग :
चीनी उद्योग
ऊन उद्योग
कपडा उद्योग
लोहा और स्टील उद्योग
पाइप उद्योग
हिसार के गुरूद्वारे :
हिसार में नागौरी गेट पर गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा है
सेंट थॉमस चर्च हिसार में है
पंचकूला जिला
पंचकूला को पेरिस ऑफ़ हरियाणा भी कहते है (Paris of Haryana)
पंचकूला का प्राचीन नाम – पंचकूप है
पंचकूला का नाम पंचकूला क्यों पड़ा – पांच झरनो के कारण
पिंजौर का प्राचीन नाम – पंचमपुर है
यहाँ भीमा देवी का मंदिर है जो पिंजौर में है इसे उत्तर भारत का खुजराहो का मंदिर कहते है
उत्तर भारत का नंदन वन – यादवेंद्र गार्डन को कहते है ये भी पिंजौर में है इसका निर्माण फिदई खान कोका ने करवाया था यादवेंद्र गार्डन को मुग़ल गार्डन भी कहते है और पिंजौर गार्डन भी कहते है
पिंजौर गार्डन यानि यादवेंद्र गार्डन में आम का मेला लगता है जिसकी शुरुआत 1992 में हुई थी
HMT की फैक्टरी भी पिंजौर में है
एशिया का सबसे बड़ा कैक्टस गार्डन पंचकूला में है
पंचकूला को ट्राई सिटी कहा जाता है
सर्वाधिक वन क्षेत्र पंचकूला में है
मोरनी की पहाड़िया पंचकूला में है और मोरनी की सबसे ऊंची चोटी करोह है जिसकी ऊंचाई 1514 मीटर है
अंतरराष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय पंचकूला में है
टिक्कर ताल झील पंचकूला में है
Emergency Bike Ambulance Seva पंचकूला में है और इसे आरोग्य नाम दिया गया है
पंचकूला हरियाणा की प्रशासनिक राजधानी है
हरियाणा की पहली सेब मंडी पंचकूला में है
हरियाणा पुलिस का पहला महिला पुलिस थाना पंचकूला में है
पंचकूला को टीचर होम कहा जाता है
ज्ञानेंद्र जैन गुरुकुल भी पंचकूला में है
नोट : कालका से शिमला Toy Train चलती है
कालका पंचकूला में है और कालका का प्राचीन नाम कालकूट है
कालका रेलवे लाइन की शुरुआत 1893 में हुई लेकिन 1903 में यह बन कर तैयार हुई और 1906 में जनता के लिए इसे खोला गया
कालका रेलवे लाइन को 2006 में विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया
पंचकूला के मुख्यालय :
पंचकूला में सिंचाई विभाग का मुख्यालय है
HSSC और HPSC का मुख्यालय है
हरियाणा साहित्य अकादमी का मुख्यालय है
UHBVN का मुख्यालय पंचकूला में है
पंचकूला के मंदिर :
कालका देवी मंदिर
मनसा देवी मंदिर
पंचकूला के पर्यटन स्थल :
मोरनी की पहाड़ियाँ
यादवेंद्र गार्डन
रेड बिशप
पंचकूला के किले :
रामगढ का किला
रानीपुर का किला
पंचकूला के वन्य जीव अभ्यारण्य :
वीर शिकारगढ़
खौल ही रैतान
पंचकूला के प्रजनन केंद्र :
गिद्ध संरक्षण और प्रजनन केंद्र
कला तीतर प्रजनन केंद्र
चिड़िया प्रजनन केंद्र
रेड जंगल फाउल प्रजनन केंद्र
फीसेंट प्रजनन केंद्र
पंचकूला के मेले :
काली माई का मेला
पंचकूला के गुरूद्वारे :
नाड़ा साहिब गुरुद्वारा
करनाल जिला
करनाल को क्या क्या कहा जाता है :
कर्ण नगरी
धान का कटोरा
एग्रो हब
आधुनिक पद्धति से बसाया गया शहर
हरियाणा का पेरिस
नोट : हरियाणा का पेरिस पंचकूला को भी कहा जाता है
करनाल सबसे छोटा नगर निगम है
दानवीर कर्ण के कारण करनाल का नाम करनाल पड़ा
करनाल में कर्ण झील है और कर्ण झील के किनारे ही कर्ण ने अपने कवच और कुण्डल दान किये थे भगवन इंद्र को
करनाल में चक्रवर्ती झील भी है
करनाल के मधुबन में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज है
हरियाणा का पहला सैनिक स्कूल करनाल के कुंजपुरा में है
करनाल के घरौंडा में हरियाणा की पहली NCC अकादमी खोली जाएगी
अभिमन्यु के बेटे परीक्षित ने करनाल के असंध को अपनी राजधानी बनाया था
पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान का जन्म करनाल में हुआ था
करनाल में गाँधी मेमोरियल हॉल है
करनाल की मुख्य नदी यमुना है
करनाल से नेशनल हाईवे 44 गुजरता है
अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला कल्पना चावला भी करनाल से है
कल्पना चावला कोलम्बिया विमान से अंतरिक्ष में गयी थी और 1 फरवरी 2003 को उनकी मृत्यु हो गयी
भावान्तर भरपाई योजना की शुरुआत करनाल से हुई थी 2018 में पहले इसमें 4 सब्जिया शामिल थी अब इसमें 19 सब्जिया शामिल है
गोवर्धन योजना की शुरुआत करनाल से हुई थी
करनाल में लड़ाकू हवाई अड्डा है
नोट – सिरसा में भी लड़ाकू हवाई अड्डा है और करनाल में भी है
इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस – International Driving Licence करनाल में बनाया जाता है
करनाल के प्रमुख उधोग :
चीनी उधोग करनाल में है
लिबर्टी उधोग
वनस्पति उधोग
करनाल के संस्थान :
केंद्रीय मिट्टी लवणता अनुसंधान संस्थान
गेहूँ शोध निदेशालय
राष्ट्रीय पशु संस्थान और राष्ट्रीय पशु संस्थान ब्यूरो
राष्ट्रीय डेयरी शोध संस्थान
राष्ट्रीय दूध अनुसंधान
राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान – (ये नीलोखेड़ी में है)
फोरेंसिक विज्ञानं लैब
करनाल के मेले :
बाबा सिमरनदास का मेला – ये मेला इंद्री में लगता है
देवी का मेला – ये पटहेड़ा गांव में लगता है
गोगा पीर का मेला – ये मेला खेड़ा गांव में लगता है
पाण्डु का मेला – ये मेला पपहाना गांव में लगता है
छड़ियों का मेला – ये मेला अमूपुर गांव में लगता है
परासर का मेला – ये मेला तरावड़ी में लगता है
करनाल के आश्रम :
परासर ऋषि का आश्रम
वेद व्यास आश्रम
गौतम बुद्ध आश्रम
करनाल के मकबरे :
बुअली शाह कलंदर का मकबरा (ये पानीपत में भी है)
मीरा साहब का मकबरा
करनाल के विश्वविधालय :
हरियाणा का पहला बागवानी विश्वविधालय – इसका नाम है महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविधालय
कल्पना चावला विश्वविधालय
IGNU इग्नू विश्वविधालय
करनाल के मंदिर :
सीता माई का मंदिर
पाण्डु का मंदिर
परासर का मंदिर
कर्णवेश्वर का मंदिर
बाला सुंदरी माता का मंदिर
करनाल के पर्यटन केंद्र :
ओयसिस पर्यटन केंद्र
करनाल के प्रमुख युद्ध :
तराइन का पहला युद्ध – 1191
यह युद्ध पृथ्वीराज चौहान और मुहम्मद गौरी के बीच हुआ जिसमे पृथ्वीराज चौहान की जीत हुई
तराइन का दूसरा युद्ध – 1192
यह युद्ध पृथ्वीराज चौहान और मुहम्मद गौरी के बीच हुआ जिसमे मुहम्मद गौरी की जीत हुई
तराइन का तीसरा युद्ध – 1215
यह युद्ध इल्तुतमिश और यल्दौज के बीच में हुआ और इसमें इल्तुतमिश जीता
नोट : वर्तमान में तराइन को तरावड़ी बोला जाता है
करनाल का युद्ध – 1739
यह युद्ध नादिर शाह और मुहम्मद शाह रंगीला के बीच में हुआ और इसमें नादिर शाह की जीत हुई
नोट : नादिर शाह करनाल से कोहिनूर हीरा ले गया था मयूर सिंहासन से
1197 में जॉर्ज थॉमस ने करनाल पर कब्ज़ा किया था
करनाल के व्यक्ति :
बॉक्सर सुमित सांगवान करनाल से है
शूटर अनीश भनवाला करनाल से है
कल्पना चावला करनाल से है
कल्पना चावला के जीवन के बारे में :
कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हुआ और मृत्यु 1 फरवरी 2003 को हुई
कल्पना चावला का NASA में चयन 1994 में हुआ
कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला थी
कल्पना चावला के पिता का नाम – बनारसी दास
कल्पना चावला की माता का नाम – संजयोती
कल्पना चावला SFS-87 और SFS-107 विमान में अंतरिक्ष में गयी थी
कल्पना चावला के बचपन का नाम – मोंटू
कल्पना चावला पुरस्कार : महिला दिवस के दिन 8 मार्च 2020 को यह पुरस्कार मनीषा को दिया गया जो फतेहाबाद से थी
रेवाड़ी जिला
रेवाड़ी का संस्थापक कर्मपाल है
रेवाड़ी का नाम रेवाड़ी क्यों पड़ा – राजा रेवत की बेटी रेवती के कारण
रेवती बलराम की पत्नी थी
रेवाड़ी का प्राचीन नाम रवा-वड़ी था
रेवाड़ी में बर्तन उधोग और जूती उधोग है
रेवाड़ी के कोसली गांव को सैनिको का घर कहा जाता है
नोट – शहीदों का शहर झज्जर को कहा जाता है और शहीदों का गांव तिगांव फरीदाबाद को कहा जाता है
रेवाड़ी में युद्ध संग्रहालय बना हुआ है
हरियाणा में पहली गौशाला 1880 में रेवाड़ी में खुली थी
हरियाणा में आर्य समाज की शाखा 1880 में दयानन्द सरस्वती लेकर आये थे
रेवाड़ी में साहिबी नदी बहती है
हरियाणा की लता मंगेशकर – मोनिका सोनी को कहा जाता है जो रेवाड़ी से है
रेवाड़ी में सबसे बड़ा और सबसे पुराना रेलवे जंक्शन है
हरियाणा की पहली ट्रेन 1873 में दिल्ली से रेवाड़ी तक चली
सौर ऊर्जा ट्रेन भारत में पहली बार दिल्ली से रेवाड़ी तक चली
हरियाणा की सबसे पहली CNG ट्रेन रेवाड़ी से रोहतक तक चली थी 2015 में
रेवाड़ी के धारूहेड़ा में हीरो Hero की एजेंसी है
हरियाणा में रेवाड़ी जिला सबसे अधिक पुरुष साक्षरता वाला जिला है
नोट – सबसे कम साक्षरता वाला जिला नूह है
कन्नौज का दरवाजा रेवाड़ी में है इसका निर्माण नंदराम ने करवाया था
हरियाणा की पहली महिला कंडेक्टर – शर्मीला रेवाड़ी से है
रेवाड़ी गुडगाँव मंडल में आता है
रेवाड़ी में साउथ पुलिस रेंज का मुख्यालय है
नोट : हरियाणा में 5 पुलिस रेंज है
हरियाणा का पहला CFL युक्त गांव बिनौला है जो रेवाड़ी में है
कैंसर संसथान हरियाणा के मनेठी गांव में बन रहा है
सैनिक स्कूल रेवाड़ी जिले में है (हरियाणा का पहला सैनिक स्कूल करनाल कुंजपुरा में है)
रेवाड़ी के गुरावड़ा गांव को डिजिटल बनाने की घोषणा हुई है
स्लेटी पत्थर सबसे ज्यादा कुंड रेवाड़ी में पाया जाता है
One Stop Sakhi का सेण्टर रेवाड़ी में भी है
(हरियाणा के 7 जिलों में One Stop Sakhi का सेण्टर है – रेवाड़ी, नारनौल, गुडगाँव, फरीदाबाद, हिसार, भिवानी, करनाल)
रेवाड़ी के उपनाम :
पीतल नगरी
बर्तन नगरी
बियर सिटी
रेवत बाड़ी
वीर सिटी
अहीर वाल का लन्दन
पीतल नगरी
रेवाड़ी के मेले :
श्याम छड़ी का मेला
सच्चा साई का मेला
रेवाड़ी के तालाब :
राव तेज सिंह का तालाब
रेवाड़ी का महल :
रामपुरा का महल
रेवाड़ी के मंदिर :
घण्टेश्वर मंदिर
रेवाड़ी की मस्जिद :
रेड मस्जिद रेवाड़ी में है (1570 में बनी थी)
इब्राहिम 12 हजारी मस्जिद रेवाड़ी में है
रेवाड़ी के विश्वविधालय :
इंदिरा गाँधी यूनिवर्सिटी मीरपुर
हरियाणा कृषि विश्वविधालय का क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल रेवाड़ी में है
रेवाड़ी के वन्य जीव अभ्यारण :
नाहड़ वन्य जीव अभ्यारण
रेवाड़ी के प्रजनन केंद्र :
मोर और चिंकारा प्रजनन केंद्र
रेवाड़ी के स्टेडियम :
राव तुलाराम स्टेडियम
रेवाड़ी के प्रमुख व्यक्ति :
अली बख्स – रंगमंच का पितामाह कहा जाता है
मोनिका सोनी – हरियाणा की लता मंगेशकर
संतोष यादव – माउन्ट एवरेस्ट पर 2 बार चढ़ने वाली महिला 10 मई 1991 और 10 मई 1992 को चढ़ी थी
सुनीता चौहान – रेवाड़ी से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड एम्बेसडर है
शादी लाल – पंजाब हाई कोर्ट के प्रमुख न्यायाधीश
कल्हण खान – ख्याल गायक
बीरेंद्र सिंह – हरियाणा के दूसरे मुख्यमंत्री और इनकी पार्टी का नाम हरियाणा विशाल पार्टी था ये हरियाणा विधानसभा के दूसरे स्पीकर और पहले पुरुष स्पीकर रहे थे और ये हरियाणा के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे
मुफ़्ती निजामुद्दीन – 1857 की क्रांति में शहीद हुए
राव तुलाराम – जन्म 1825 में रामपुर में हुआ था और 1838 से 1857 तक शासन किया उसके बाद 1857 की क्रांति में नसीबपुर नारनौल का नेतृत्व किया लेकिंन क्रांति से भागकर वो राजस्थान चले गए और तात्या टोपे के पास रहे और उसके बाद अफगानिस्तान चले गए जहाँ 23 सितंबर 1863 में उनकी मृत्यु हो गयी काबुल में पेचिस के कारण और 23 सितंबर को हरियाणा शहीदी दिवस मनाया जाता है
हेमू – इनका संबंध रेवाड़ी से था और रेवाड़ी में इनका नमक का व्यापार था। हेमू अंतिम हिन्दू राजा था जो दिल्ली की गद्दी पर बैठा और उसने विक्रमादित्य की उपाधि धारण की
पंडित प्रह्लाद शर्मा – ज्योतिष नामक समाचार पत्र निकाला रेवाड़ी से 1928 में
रेवाड़ी के पर्यटन स्थल :
सैंड पाइपर
रामपुर महल
रानी की ड्योढ़ी
जंगल बवलर
रेवाड़ी के उधोग :
चमड़े के उधोग
बर्तन उधोग
हीरो हौंडा मोटरसाइकिल
महेंद्रगढ़ जिला
महेंद्रगढ़ की स्थापना 1 नवम्बर 1966 को हुई
महेंद्रगढ़ की स्थापना राजा नरेंद्र सिंह के बेटे महेंद्र सिंह के नाम पर हुई
महेंद्रगढ़ का पुराना नाम कानौड़ है
महेंद्रगढ़ हरियाणा का एकमात्र ऐसा जिला है जिसका मुख्यालय महेंद्रगढ़ में न होकर नारनौल में है
महेंद्रगढ़ हरियाणा का एकमात्र ऐसा जिला है जिसके अंदर से कोई राजमार्ग (हाईवे) नहीं गुजरता
नारनौल का पुराना नाम नरराष्ट्र और नंदीग्राम है
नारनौल के गांव नसीबपुर से राजा राव तुला राम ने 1857 की क्रांति में भाग लिया था
1857 की क्रांति में हरियाणा का हीरो राव तुलाराम को कहा जाता है
नारनौल में बीरबल का छता है और नारनौल को बीरबल की नगरी भी कहा जाता है इसका निर्माण राय मुकुंद दास ने करवाया था
नारनौल में ही राय मुकुंद दास का छता भी है
हरियाणा में अरावली मैदान का सबसे ऊँचा भाग कुल्तानजपुर है जो नारनौल में है यही भाग ढोसी की पहाड़िया कहलाती है
महेंद्रगढ़ में सरसों सबसे अधिक होती थी लेकिन अब यह भिवानी में होती है
महेंद्रगढ़ में सबसे अधिक खनिज़ मिलते है और महेंद्रगढ़ को खनिजों का शहर भी कहा जाता है
जवाहर नहर महेंद्रगढ़ में है इसका निर्माण बंसीलाल ने करवाया था
1987 में महेंद्रगढ़ में अकाल पड़ा था
महेंद्रगढ़ में दोहन नदी बहती है
महेंद्रगढ़ में ढोसी की पहाड़िया है
ढोसी की पहाड़ियों से दोहन नदी निकलती है
च्यवन ऋषि का संबंध ढोसी की पहाड़ियों से है
बाघोत से पिप्लाद ऋषि का संबंध है
स्याणा से उद्द्लक का संबंध है
प्राचीन अर्जुन गणराज्य की राजधानी महेंद्रगढ़ थी
महेंद्रगढ़ के विश्वविधालय :
जयंत पाली या जाटपाली विश्वविधालय महेंद्रगढ़ में है
महेंद्रगढ़ के पर्यटन स्थल :
बालाकुण्ड तीर्थ महेंद्रगढ़ में है
ढ़ोसी तीर्थ
महेंद्रगढ़ के मकबरे :
शाह कुली खान का मकबरा
शाह विलायत का मकबरा
महेंद्रगढ़ के मेले :
बाबा मोल्हड़ नाथ का मेला
बाबा भलाई नाथ का मेला
मसानी माता का मेला
खेड़े वाले बाबा का मेला
महेंद्रगढ़ की दरगाह :
हमजा पीर की दरगाह
महेंद्रगढ़ के प्रमुख व्यक्ति :
सतीश कौशिक : फिल्म डायरेक्टर
सुरेंद्र शर्मा : हास्य कवि
गुजरा मल मोदी : उधोगपति
बाबा रामदेव : सैय्यद अलीपुर महेंद्रगढ़ में जन्म हुआ
बाबा रामदेव की पुस्तक का नाम – माई लाइफ माई मिशन
बाबा रामदेव के गुरु का नाम – बलदेव आचार्य
नीना मल्होत्रा : हरियाणा की ब्रांड एम्बेसडर
महेंद्रगढ़ के खनिज़ :
चूना – स्लेट का पत्थर
लोहा
मार्बल
एस्बेस्टस
ताम्र अयस्क
संगमरमर
महेंद्रगढ़ का किला :
माधोगढ़ का किला
महेंद्रगढ़ की बावड़ी :
मिर्ज़ा अली खान की बावड़ी – नारनौल
नोट – बावड़ियों का शहर नारनौल को कहा जाता है
महेंद्रगढ़ के मंदिर :
पीर मंदिर बाघोत गांव में
चामुंडा देवी मंदिर
महेंद्रगढ़ के गुरूद्वारे :
दशमेश गुरुद्वारा
गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा
महेंद्रगढ़ की गुंबद :
चोर गुंबद
इसे नारनौल के साइन बोर्ड़ के नाम से भी जाना जाता है
महेंद्रगढ़ के पार्क :
शहीदी स्मारक
महेंद्रगढ़ के विश्वविधालय :
केंद्रीय विश्वविधालय
नोट : यह हरियाणा का पहला और एकमात्र केंद्रीय विश्वविधालय है
महेंद्रगढ़ के तालाब :
चंद्रकूप तालाब
भिवानी जिला
भिवानी की स्थापना 22 दिसंबर 1972 को हुई थी
भिवानी के प्राचीन नाम :
वस्त्र नगरी
हरियाणा की काशी
छोटी काशी
मंदिरो का नगर
मिनी क्यूबा
बॉक्सिंग का पावर हाउस
सिटी ऑफ़ वॉर हीरोज City of War Heroes
राजपूत राजा नीम की पत्नी भानी के नाम पर इसको बसाया गया था इसलिए इसका नाम भिवानी पड़ा
मुग़ल काल में भिवानी वाणिज्य का मुख्य केंद्र था
आइना ऐ अकबरी में भिवानी का जिक्र मिलता है
भिवानी में कांग्रेस की स्थापना पंडित नेकी राम शर्मा ने की थी 1919 में
भिवानी टेक्सटाइल मील कपड़ो और धागो का निर्माण करती है और इसकी स्थापना 1937 में हुई थी
हरियाणा विधालय शिक्षा बोर्ड भिवानी में है इसकी स्थापना 1969 में चंडीगढ़ में हुई थी लेकिन 1981 में इसे भिवानी में ट्रांसफर कर दिया
हरियाणा ओपन बोर्ड भिवानी में है इसकी स्थापना 1994 में हुई थी
चौधरी बंसीलाल विश्वविधालय भिवानी में है ये 2010 में बना था
तोशाम की बारादरी भिवानी में है जिसे पृथ्वीराज चौहान की कचहरी भी कहा जाता है
भिवानी बॉक्सिंग क्लब भिवानी में है जिसे बॉक्सिंग का पावर हाउस कहा जाता है
भिवानी की सीमा राजस्थान से लगती है
भिवानी में मोटे अनाजों का उत्पादन होता है जैसे जौ, चना, बाजरा
सबसे अधिक भेड़ भिवानी में पायी जाती है
बाबा सतारा का संग्रहालय भिवानी में है दिनोद गांव में
मिताथल भिवानी में है और मिताथल से रामायण पढ़ने का स्थान “नचार खेड़ा” से मिला है और नचार खेड़ा से रामायण के श्लोक मिले है
मिताथल से समुंद्रकालीन सिक्के, खिलौने, सांचे और चूल्हा मिला है
हरियाणा का पहला आदर्श गांव सुई भिवानी से है
हरियाणा का पहला वाटर वाक्स गांव बापोड़ा भिवानी में है
हरियाणा में सबसे पहले पशु क्रेडिट कार्ड की शुरुआत करने वाला जिला भिवानी है
भिवानी के प्रजनन केंद्र :
चिंकारा प्रजनन केंद्र
भिवानी के पर्यटन स्थल :
बयां पर्यटन स्थल
मिनी चिड़ियाघर
रेड रोबिन
भिवानी के विश्वविधालय :
हरियाणा विधालय शिक्षा बोर्ड
हरियाणा ओपन बोर्ड
चौधरी बंसीलाल विश्वविधालय
भिवानी के मेले :
पूर्णमासी का मेला
सती का मेला
मुंगीपा का मेला
बाबा खेड़े वाले का मेला
मुखिया बाबा का मेला
देवसर का मेला
भिवानी के व्यक्ति :
पंडित नेकी राम शर्मा – जन्म 4 सितंबर 1887
पंडित नेकी राम शर्मा को हरियाणा केशरी भी कहा जाता है
हरियाणा में होमरूल एक्ट का नेतृत्व पंडित नेकी राम शर्मा ने किया था
पंडित नेकी राम शर्मा ने 1920 में महात्मा गाँधी को भिवानी में हरिजन आंदोलन शुरू करने के लिए बुलाया था
पंडित नेकी राम शर्मा ने 1930 में एक पत्रिका निकाली जिसका नाम था संदेश और संदेश पत्रिका उर्दू भाषा में थी
चौधरी बंसीलाल : जन्म 1927 को और मृत्यु 2006 में हुई। बंसीलाल 3 बार मुख्यमंत्री बने 1968, 1986, 1996.
बंसीलाल भारत के रक्षा मंत्री भी रहे और रेल मंत्री भी रहे
बंसीलाल को विकास पुरुष और लौह पुरुष भी कहा जाता है
बंसीलाल की पार्टी का नाम – हरियाणा विकास पार्टी
बंसीलाल की पार्टी का चुनाव चिन्ह – लड़का लड़की
बंसीलाल हरियाणा के सबसे युवा मुख्यमंत्री रहे है
बंसीलाल ने 1970 तक प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचाई और प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचाने वाला पहला राज्य हरियाणा बना था
बंसीलाल के समय में ही HBSE हरियाणा विधालय शिक्षा बोर्ड की स्थापना हुई 1969 में
नोट : HBSE के वर्तमान चेयरमैन जगबीर सिंह है
बंसीलाल के समय में ही 1971 में पहली बार जनगणना हुई
बंसीलाल ने ही 1996 में शराब बंदी की थी जो 2 साल तक चली 1 जुलाई 1996 से 1 अप्रैल 1998 तक
बंसीलाल का चुनावी क्षेत्र तोशाम था
बंसीलाल ने हरियाणा की दूसरी भाषा तमिल को लागु किया
बनारसी दास गुप्ता : ये हरियाणा के 2 बार मुख्यमंत्री रहे
बनारसी दास गुप्ता ने 3 पत्रिकाए निकाली – हरियाणा केशरी पत्रिका, हरियाणा कांग्रेस पत्रिका और देश पत्रिका
बनारसी दास गुप्ता हरियाणा के 2 बार उप मुख्यमंत्री भी रह चुके है
लीलाराम : कुश्ती के खिलाडी थे जो भिवानी से थे इन्होने 1958 में राष्ट्रमंडल खेलो में भारत को गोल्ड मैडल दिलवाया था
अरविंद केजरीवाल : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भिवानी से है जो सिवानी मंडी से है
सेठ छज्जूराम : हरियाणा का भामाशाह और हरियाणा का दानवीर सेठ कहा जाता था
आसन कुमार : भारतीय कबड्डी के कोच है वर्तमान में
विजेंद्र सिंह : ये बॉक्सर है और भिवानी से है
कविता कुमारी : ये बॉक्सर है और भिवानी से है
कैप्टेन हवा सिंह : ये बॉक्सर है और भिवानी से है
भीम सिंह : ये एक एथलेटिक्स खिलाडी है जो भिवानी से है
रोहनात गांव जो भिवानी में है वहां से एक क्रांतिकारी थे जिनका नाम था – बिरड़ दास बैरागी, इनको तोप के मुँह पर बांधकर उड़ा दिया था
और रोहनात गांव के कुँए का संबंध 1857 की क्रांति से है और रोहनात गांव में पहली बार मनोहर लाल खट्टर ने तिरंगा लहराया था
भिवानी के मंदिर :
भूतो का मंदिर
प्रणामी मंदिर
जोगीवाला मंदिर
चार मंदिर
किरोड़ीमल मंदिर
बाबा खेड़े का मंदिर
भिवानी के किले :
तोशाम का किला
लोहारू का किला
फतेहाबाद जिला
फतेहाबाद जिले की स्थापना – 15 जुलाई 1997
फतेहाबाद जिले के प्राचीन नाम या उपनाम – पिंक सिटी, इकदार, गुलाबी नगरी
1351 में फ़िरोज़शाह तुगलक ने अपने बेटे फ़तेह खा के नाम पर इस को बसाया था
1398 में तैमूर ने फतेहाबाद पर आक्रमण किया था
भील जाति सबसे अधिक पायी जाने के कारण उधान नगरी भी कहा जाता है
फतेहाबाद जिले में सबसे अधिक सेब, केले, अमरुद का उत्पादन होता है पुरे हरियाणा में
फतेहाबाद में सबसे कम वन प्रतिशत है
हरियाणा की सबसे पुरानी हवेली फतेहाबाद जिले में है
बनावली का विद्रोह 1835 में गुलाब सिंह ने किया था
फतेहाबाद में 1953 में पहली कॉटन मिल की स्थापना हुई थी
फतेहाबाद में परमाणु ऊर्जा परियोजना की शुरुआत 2014 में की गयी थी ये परियोजना गोरखपुर और काजलहेड़ी गांव के पास है
फतेहाबाद की मनीषा ने 2019 में माउन्ट एवेरेस्ट पर तिरंगा फहराया था
2019 में कबीर का महाकुंभ मेला लगा था जिसका उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था
स्वर सम्राट पंडित जसराज का जन्म भी फतेहाबाद में हुआ है पिली मंदोरी गांव में हुआ है इनको पदम भूषण और पदम विभूषण दोनों पुरुस्कार मिले है
हनीप्रीत का संबंध भी फतेहाबाद जिले से है
मनकीरत औलख यह एक सिंगर है जो फतेहाबाद से है
फतेहाबाद के टोहाना शहर को नहरों का शहर कहा जाता है, भाखड़ा नहर टोहाना से सम्बंधित है
टोहाना का पुराना नाम – ताशन्ज था
मौर्य कालीन अवशेष फतेहाबाद से मिले है
फतेहाबाद की सीमा पंजाब और राजस्थान से लगती है
हड़प्पा सभ्यता का सबसे पुराना स्थान – भिरड़ाना फतेहाबाद में है
नोट : भिरड़ाना से हड़प्पा सभ्यता के तीनो काल के अवशेष मिले है, हरियाणा की सबसे पुरानी सभ्यता भी भिरड़ाना ही है
कुणाल प्राचीन स्थल फतेहाबाद में है यहाँ से मानव की सबसे पुरानी बस्ती के सबूत मिले है और राजा का मुकुट, ताम्बे की अंगूठी, चपटी कुल्हाड़ी, मछली पकड़ने का कांटा मिला है
फतेहाबाद के गांव भट्टू बुआन से 5000 साल पुराने अवशेष मिले है
बनावली प्राचीन स्थल भी फतेहाबाद में है और इसकी खोज रविंद्र सिंह बिष्ट ने की थी
बनावली से मिट्टी के हल और मिट्टी के बर्तन मिले है
नोट – बनावली का विद्रोह 1835 में गुलाब सिंह ने किया था
फतेहाबाद के गन्दा गांव का नाम बदलकर अजीत नगर रखा गया है
हरियाणा का पहला सैनेटरी पेड कारखाना फतेहाबाद में है
हरियाणा का पहला व्यक्ति रामलाल है जिसने माउन्ट एवेरेस्ट की चढाई की थी और ये फतेहाबाद से था
हरियाणा में सबसे पहले GST Help Desk Board फतेहाबाद में लगाया गया है
हरियाणा का पहला ऐसा जिला फतेहाबाद है जो पॉलीथिन और आवारा पशु मुक्त जिला घोषित किया गया है
हरियाणा की सबसे कम उम्र की सरपंच रेखा रानी फतेहाबाद जिले से है
हरियाणा की पहली महिला पायलट प्रियंका फतेहाबाद जिले से है
फतेहाबाद जिले के रवि नास्तिक को नोकास्ट, नो रिलिजन, नो गॉड का सर्टिफिकेट मिला है
हरियाणा का सबसे बड़ा दशहरे का मेला फतेहाबाद में लगता है
फतेहाबाद में दुर्गा माता का मंदिर सबसे प्रसिद्ध है
फतेहाबाद से NH-9 गुजरता है
फतेहाबाद में कोई भी रेलवे लाइन नहीं है
घग्घर नदी फतेहाबाद में बहती है
फतेहाबाद की मंजार :
मीर शाह की मंजार
फतेहाबाद के पर्यटन स्थल :
पपीहा
फतेहाबाद की झील :
चिल्ली झील
फतेहाबाद के अनुसंधान केंद्र :
अमरुद अनुसंधान केंद्र
फतेहाबाद के व्यक्ति :
प्रियंका – पहली महिला पायलट
रवि नास्तिक – नोकास्ट, नो रिलिजन, नो गॉड का सर्टिफिकेट मिला है
रेखा रानी – सबसे कम उम्र की सरपंच
रामलाल – हरियाणा का सबसे पहला व्यक्ति जिसने माउन्ट एवेरेस्ट पर चढ़ाई की
मनकीरत औलख – सिंगर
पंडित जसराज – स्वर सम्राट
सिरसा जिला
सिरसा जिले की स्थापना – 26 अगस्त 1975
सिरसा एक नगर परिषद् है
सेरीस्कम वन अधिक होने के कारण इसका नाम सिरसा पड़ा
सिरसा में सबसे कम वर्षा होती है
रक्त दान के लिए सिरसा का नाम गिनीज बुक में नाम दर्ज है
1398 में तैमूर सबसे पहले सिरसा जिले में आया था
सिरसा का प्राचीन नाम – शिरीषका था
शिरीषका नाम महाभारत, पाणिनि की अष्टाधायी और दिव्यदान में मिलता है
हरियाणा का सबसे बड़ा जिला सिरसा है
सबसे कम जनसँख्या घनत्व वाला जिला सिरसा है
सिरसा के प्राचीन नाम या उपनाम :
वन नगरी
सारस नगरी
संतो की नगरी
“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” सिरसा से इसकी ब्रांड एम्बेस्डर सुनीता पुनिया है
“नशा भगाओ बेटा बचाओ” इसकी शुरुआत सिरसा से हुई थी और इसके ब्रांड एम्बेस्डर संजय दत्त है
गणेशीलाल सिरसा से है जो अभी वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल है
सिरसा और महेंद्रगढ़ को सबसे पहले नरेगा में शामिल किया गया था
भारत का सबसे बड़ा गुप्त लड़ाकू हवाई अड्डा सिरसा में है
सिरसा से पंजाब और राजस्थान की सीमा लगती है
बागवानी परियोजना सबसे पहले सिरसा के मँजियाना गांव से चलाई गयी थी ये परियोजना इजराइल देश के सहयोग से शुरू की गयी थी और बागवानी में सिरसा जिला पहले स्थान पर है
सबसे अधिक गाय और गौशाला सिरसा में है
सिरसा में सबसे अधिक ऊंट, गाय, और बकरी पायी जाती है
गेहूँ, कपास, आंवला, कीनू, आड़ू, और जामुन सबसे अधिक सिरसा में होते है
फल और सब्जी उत्कृष्ट केंद्र सिरसा में है
हरियाणा का पहला Cashless कैशलेस गांव निलावली सिरसा में है
हरियाणा का पहला शौचमुक्त जिला सिरसा है
हरियाणा में सबसे अधिक सिचाईं सिरसा में होती है – भाखड़ा नहर, इंदिरा गाँधी नहर, और घग्घर नदी से
घग्घर नदी पर बना हुआ बांध – ओटू बांध (बैराज बांध)
हरियाणा में सबसे अधिक सिक्ख सिरसा में है
हरियाणा में सबसे कम वर्षा सिरसा में होती है
तारा बाबा की कुटिया सिरसा में है जिसमे शिवजी की मूर्ति लगी हुई है जो 71 फ़ीट ऊँची है तारा बाबा की कुटिया का निर्माण गोपाल कांडा ने करवाया था
सरस्वती संग्रहालय सिरसा में है
1818 में रानियाँ के विद्रोह का नेतृत्व जाबित खान ने किया था
1857 की क्रांति में रानियाँ का नेतृत्व नूर मोहम्मद ने किया था
रानियाँ का पुराना नाम – रजबपुर है, रानियाँ को राय वीरू ने बसाया था
ऐलनाबाद का पुराना नाम – खड़ियाल है, यहां से जादूगर शंकर सम्राट का संबंध है
NH-9 सबसे लम्बा हाईवे है जो सिरसा से होकर गुजरता है
वीटा डेयरी सिरसा में है
सबसे अधिक काली मिट्टी सिरसा में पायी जाती है
सिरसा के दक्षिणी भाग में अनकाई दलदल पाया जाता है
सिरसा के गांव कागदाना में लघु कौशल विकास परियोजना की शुरुआत हुई और दुष्यंत चौटाला ने की
सबसे अधिक बकरी सिरसा भी पायी जाती है
सिरसा के प्रमुख स्थल :
सुर्खाब प्लेस
डेरा सच्चा सौदा
सिरसा के स्टेडियम :
मस्ताना स्टेडियम
सिरसा के संग्रहालय :
सरस्वती संग्रहालय
सिरसा के वन्य जीव अभ्यारण :
अबूब शहर वन्य जीव अभ्यारण – ये सबसे बड़ा वन्य जीव अभ्यारण है
सिरसा के किले :
सारस का किला
सिरसा के उधोग :
कपास छटाई उधोग
जगदम्बे पेपर मिल
सिरसा के विश्वविधालय :
चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी – 2003 में बनी और वर्तमान में इसके VC विजय कायत है
सिरसा के प्रजनन केंद्र :
ऊंट प्रजननं केंद्र
सिरसा के मंदिर :
रामदेव का मंदिर
दादी सती का मंदिर
सालासर हनुमान मंदिर
सिरसा के मेले :
भूमण शाह का मेला
राधा स्वामी का मेला
सर साईनाथ का मेला
गणगौर का मेला
नोट : गणगौर एक नृत्य है और यह हिसार का प्रसिद्ध नृत्य है
सिरसा के गुरूद्वारे :
चोरमार
चिल्ला साहिब
सिरसा के स्टेडियम :
भगत सिंह
शाह सतनाम जी स्टेडियम
सिरसा के पार्क :
डबवाली
फ़ूड पार्क
सिरसा के व्यक्ति :
ताऊ देवीलाल : जन्म स्थान तेजाखेड़ा 25 सितंबर 1914 को और मृत्यु 2001 में हुई
ताऊ देवीलाल की पार्टी का नाम – जनता पार्टी
हरियाणा विधानसभा की सबसे बड़ी जीत ताऊ देवीलाल की है इन्होने 90 में से 81 सीट जीती थी
ताऊ देवीलाल के नाम – ताऊ , जननायक और किंग मेकर, हरियाणा का भीष्म पितामाह, किसानो का मसीहा
ताऊ देवीलाल ने 1987 में पेंशन शुरू की थी और 1988 में किसानो का क़र्ज़ माफ़ किया किया था
ताऊ देवीलाल की याद में 25 सितंबर को हरियाणा सम्मान दिवस मनाया जाता है
सरदार सिंह : हॉकी खिलाडी सिरसा से है (अर्जुन अवार्ड – 2012 में और खेल रत्न अवार्ड 2017 में मिला)
चाँद बाई : स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाली हरियाणा की पहली महिला ये सिरसा से है
गोपी चाँद भार्गव : पंजाब के पहले मुख्यमंत्री सिरसा से है
सुनील ग्रोवर : फिल्म अभिनेता और कॉमेडी स्टार
शंकर सम्राट : जादूगर है और सिरसा से है
ओम प्रकाश चौटाला : सिरसा से है और सबसे अधिक 5 बार मुख्यमंत्री की शपथ ली है
दुष्यंत चौटाला : सबसे युवा सांसद है इनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज है इनकी पार्टी का नाम JJP है, JJP की स्थापना 2018 में हुई
झज्जर जिला
झज्जर जिले की स्थापना 15 जुलाई 1997 को हुई
बहादुरगढ़ को हरियाणा का प्रवेश द्धार कहा जाता है
बहादुरगढ़ का प्राचीन नाम शराफाबाद है और बहादुरगढ़ में मेट्रो भी है
उत्तर भारत का पहला भूकंप मापी केंद्र बहादुरगढ़ में है
बहादुरगढ़ से 1857 की क्रांति का नेतृत्व बहादुर जंग ने किया था
झज्जर से 1857 की क्रांति का नेतृत्व अब्दुर रेहमान खान ने किया था
झज्जर की सुराही पुरे भारत में प्रसिद्ध है
झज्जर की सीमा दिल्ली रोहतक सोनीपत रेवाड़ी गुडगाँव और चरखी दादरी से लगती है
झज्जर को जाट छज्जू राम ने बसाया था मुहम्मद गौरी की सहायता से
जॉर्ज थॉमस झज्जर भी आये थे जो आयरलैंड से है
झज्जर की बेगम सुमारु से जॉर्ज थॉमस प्यार करते थे
जॉर्ज थॉमस ने 1794 में बेरी पर आक्रमण किया और बेरी का पहला युद्ध 1794 में हुआ और बेरी का यह युद्ध अंग्रेजो और जॉर्ज थॉमस के बीच में हुआ था
बेरी का दूसरा युद्ध 1801 में सिक्खो और मराठो के बीच में हुआ
बेरी को मंदिरो का गांव कहा जाता है
अमीरों का गांव भी बेरी को कहा जाता है
बेरी में रूढ़मल का मंदिर और भीमेश्वरी का मंदिर है
हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा बेरी से है
जॉर्ज थॉमस ने जहाजगढ़ में एक किला बनवाया था और जहाजगढ़ का प्राचीन नाम हुसैन गढ़ था
हरियाणा में पशुओं का सबसे बड़ा मेला जहाजगढ़ में लगता है
हरियाणा का अब तक का सबसे बड़ा बस अड्डा झज्जर जिले का है लेकिन गुडगाँव में हरियाणा का सबसे बड़ा बस अड्डा बनेगा
हरियाणा में कुल 100 बस अड्डे है
बेरी को मंदिरो का गांव कहा जाता है
झज्जर से नेशनल हाईवे 9 गुजरता है
हरियाणा में कैंसर संस्थान बाढ़सा झज्जर में है
डीघल गांव का शिवालय झज्जर में है
हरियाणा का पहला सबसे बड़ा गांव डीघल है
बुआ का गुंबद झज्जर में है
झज्जर नवीनतम नगर परिषद् है
झज्जर को शहीदों का नगर भी कहा जाता है
नोट – शहीदों का गांव तिगांव फरीदाबाद में है और सैनिको का घर कोसली को कहा जाता है
1886 में सनातन धर्म की पहली शाखा झज्जर में खोली गयी
1922 में सबसे पहले पंडित श्रीराम शर्मा ने झज्जर में तिरंगा फहराया था
पंडित श्रीराम शर्मा की पत्रिका का नाम तिलक है जो उन्होंने 1923 में निकाली थी
1965 में हरियाणा का सबसे प्राचीन संग्रहालय झज्जर में ओमानंद ने स्थापित किया
झज्जर में कृष्णावती और साहिबी नदियाँ बहती है
हरियाणा का दूसरा खादी स्टोर झज्जर में खोला गया है
इटली के अंदर दूसरे विश्व युद्ध में शहीद हुए बालूराम हिसार और हरि सिंह झज्जर की अस्थिया मिली है जो भारत को भेजी गयी है
झज्जर के मेले :
बाबा गरीबदास का मेला
दुल्हेड़ी का मेला
श्याम जी का मेला
रक्षा बंधन का मेला
झज्जर के वन्य जीव अभ्यारण :
भिंडावास
खपरवास
झज्जर के पर्यटन स्थल :
गोरिया
झज्जर की कम्पनियाँ :
झज्जर के बहादुरगढ़ में पारले बिस्कुट Parle Biscuit की कंपनी है
झज्जर के बहादुरगढ़ में सूर्या सीमेंट Surya Cement की कंपनी है
झज्जर में पैनासोनिक Panasonic कंपनी है
रिलेक्सो चप्पल Relaxo Chappal की कंपनी भी झज्जर में है
झज्जर के स्टेडियम :
जहाँ आरा बाग़ स्टेडियम
वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट अकादमी
झज्जर की परियोजना :
इंदिरा गाँधी तापीय विधुत परियोजना
महात्मा गाँधी तापीय विधुत परियोजना
झज्जर के व्यक्ति :
बजरंग पुनिया – कुश्ती (2015 में अर्जुन अवार्ड , 2019 में खेल रत्न और पद्मश्री अवार्ड)
मनु भाकर – शूटिंग
मानुषी छिल्लर : मिस इंडिया और मिस वर्ल्ड ( सबसे अधिक बार मिस इंडिया बनी है 6 बार)
स्नेहा वर्मा : मिस हरियाणा
भगवत दयाल शर्मा : हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री बेरी से है
पंडित दीन दयाल शर्मा : RSS के मेंबर थे और इन्होने हरियाणा का पहला उर्दू भाषा में अख़बार निकला जिसका नाम था “हरियाणा” समाचार पत्र
पंडित बस्तीराम : आर्य समाज से थे
पंडित श्रीराम शर्मा : इन्होने “हरियाणा तिलक” अख़बार निकाला था
रघुबीर कादयान : बेरी से MLA है ये सबसे अधिक उम्र के सांसद है और ये कांग्रेस पार्टी से है
गीता भुक्कल : कांग्रेस पार्टी से है
बालमुकुंद : कवि है और इन्होने 2 समाचार पत्र निकाले कोहिनूर और चुनार
दलबीर सिंह सुहाग : थल सेना के अध्यक्ष रह चुके है बेरी से है
सपना चौधरी : डांसर है
सुमित नागल : रोजर फेडरर को हराया था
मंजीत कादयान : इंग्लिश चैनल 36 को 2 बार पार कर चुके है
साक्षी गर्ग : 3 MM की बोट बनायीं थी को एक रिकॉर्ड है
जगत सिंह जाखड़ : फिल्म अभिनेता हरियाणा के
संत गरीब दास : ये भी झज्जर जिले से है छुड़ानी गांव से है
झज्जर की यूनिवर्सिटी :
जगन्नाथ यूनिवर्सिटी
झज्जर की झील :
भिंडावास झील
झज्जर का तालाब :
बुआ का तालाब
रोहतक जिला
रोहतक की स्थापना 1 नवंबर 1966 को हुई थी
रोहतक और चरखी दादरी की सीमा भारत के किसी भी राज्य से नहीं लगती और न ही भारत के किसी केंद्र शासित प्रदेश से लगती
रोहतक का नाम राजा रोहताश के नाम पर पड़ा
साइमन कमीशन का विरोध रोहतक जिले में हुआ था
रोहतक एक नगर निगम है
रोहतक का वर्णन नकुल दिग्विजय के अंदर मिलता है
रोहतक की उप तहसील का नाम लाखन माजरा है और लाखन माजरा गुरुद्वारा भी है रोहतक में
महम का पुराना नाम महेस्थ था
महम में 24 गांव का चबूतरा है और महम में एक बावड़ी भी है इसे महम की शान माना जाता है और महम की बावड़ी ज्ञानी चोर की सुरंग के नाम से भी जानी जाती है
रोहतक के उपनाम – एजुकेशन हब, शुगर सिटी
जनसँख्या की दृष्टि से रोहतक सबसे बड़ा मंडल है
सिक्के ढालने के सांचे टेराकोटा से मिले है और खोखराकोट से भी मिले है
रोहतक और जींद को हरियाणा की राजनैतिक राजधानी भी कहा जाता है
भगवत दयाल मेडिकल कॉलेज भी रोहतक में है जो PGI के नाम से प्रसिद्ध है
रोहतक में एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट शोरा मार्केट है
यौधेय गणराज्य की राजधानी रोहतक थी
बलराम जी की मूर्ति रोहतक से मिली है और महात्मा बुद्ध की मूर्ति भी रोहतक से मिली है
भारतीय सीमा आयोग सबसे पहले रोहतक में आया था जो हरियाणा की सीमा का निर्धारण कर रहा था
ग़ज़्ज़क रेवड़ी के लिए रोहतक प्रसिद्ध है
रोहतक में सबसे ज्यादा ज्वार की खेती होती है
रोहतक में चुना पत्थर सबसे अधिक मिलता है
सांपला से 1857 की क्रांति का नेतृत्व साबर खान ने किया था
दुजाना से 1857 की क्रांति का नेतृत्व हसन अली ने किया था
1887 में रोहतक में कांग्रेस की शाखा आयी जिसे लाला लाजपत राय लेकर आये
1916 में छोटूराम ने एक एक समाचार पत्र निकला जिसका नाम था जाट गज़ट और ये उर्दू भाषा में था
शौकत अली और मोहम्मद अली ये दोनों 1920 में रोहतक आये थे महात्मा गाँधी के साथ
1923 में चौधरी छोटूराम ने यूनियनिस्ट पार्टी का गठन किया था इस पार्टी का संबंध किसानो से था
1924 में चौधरी छोटूराम ने जमींदारा लीग की स्थापना की
हरियाणा का पहला कॉलेज 1926 में रोहतक में खुला था जिसका नाम है नेकी राम कॉलेज और इसकी स्थापना नेकी राम ने की थी
1937 में अंग्रेजो ने चौधरी छोटूराम को सर की उपाधि दी
1938 में चौधरी छोटूराम ने मार्केटिंग बोर्ड का गठन किया जो किसानो से सम्बंधित था इसलिए इनको किसानो का मसीहा भी कहते है
रोहतक में लाल मस्जिद का निर्माण 1939 में हाजी अली ने करवाया था
1942 में चौधरी छोटूराम ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान सर की उपाधि वापस लौटा दी थी
1955 में भारतीय सीमा आयोग रोहतक में आया जो हरियाणा की सभी सीमा को निर्धारित कर रहा था
रोहतक में MDU, तिलयार झील, और आकाशवाणी केंद्र की स्थापना 1976 में हुई थी
बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी 2012 में बनी थी
हरियाणा की पहली CNG ट्रैन 2015 में रेवाड़ी से रोहतक के बीच में चली
रोहतक में 2017 में राष्ट्रीय बॉक्सिंग अकादमी की स्थापना हुई
2018 में रोहतक के गांव गिरावड़ से हड़प्पा संस्कृति के अवशेष मिले है और कनिष्क साम्राज्य की मोहरे भी मिली है
चौधरी छोटूराम ने मोर बचाओ अभियान भी चलाया था और छोटू राम के कहने पर ही लोगो ने प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था
चौधरी छोटूराम को दीनबंधु भी कहा जाता है
चौधरी छोटूराम के बचपन का नाम रिछपाल था
अस्थल बोहर मठ का निर्माण पहले चौरंगीनाथ ने करवाया था बाद में बाबा मस्तनाथ ने इसका निर्माण करवाया
रोहतक में आईआईएम IIM और PGI है
देश की पहली फ्रेंडली रैली का आयोजन रोहतक में हुआ था
रोहतक की मस्जिद :
दिनी मस्जिद
काज़ी मस्जिद
लाल मस्जिद
शीशे वाली मस्जिद
नोट – लाल मस्जिद का निर्माण 1939 में हाजी अली ने करवाया था
रोहतक के पर्यटन स्थल :
मैना
नौरंग
रोहतक की झील :
तिलयार झील
रोहतक के तालाब :
गऊ कर्ण का तालाब
रोहतक के स्टेडियम :
पंडित जवाहर लाल स्टेडियम
बंसीलाल स्टेडियम – लाहली में
छोटू राम स्टेडियम
अग्रसेन स्टेडियम
सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम – MDU कैंपस में है
रोहतक के मेले :
बाबा मस्तनाथ का मेला
बाबा जमुनादास का मेला
बाबा कुंतीदास का मेला
हौला मोहल्ला का मेला
शिवरात्रि का मेला
जन्माष्टमी का मेला
रोहतक के हाईवे :
नेशनल हाईवे 9 – रोहतक से सिरसा
नेशनल हाईवे 352 – बावल रेवाड़ी रोहतक नरवाना
नेशनल हाईवे 709 – रोहतक से पानीपत
रोहतक के उधोग :
एशियन पेंट
चीनी उधोग
सूती वस्त्र
बिजली का सामान
रोहतक के संस्थान :
फिल्म संस्थान
फैशन संस्थान
रोहतक के व्यक्ति :
सुभाष घई
अशोक घई
पूजा बत्रा
रणदीप हुड्डा
मनोज कुमार
ममता ख़रब – हरियाणा की गोल्डन गर्ल के नाम से प्रसिद्ध है इनको अर्जुन अवार्ड और भीम अवार्ड भी मिल चुका है
छोटूराम : 1881 को सांपला गांव में हुआ और वतर्मान में इसको छोटूराम नगर भी कहते है
1916 में छोटूराम ने एक एक समाचार पत्र निकला जिसका नाम था जाट गज़ट और ये उर्दू भाषा में था
चौधरी छोटूराम ने मोर बचाओ अभियान चलाया था
1923 में चौधरी छोटूराम ने यूनियनिस्ट पार्टी का गठन किया था इस पार्टी का संबंध किसानो से था
1924 में चौधरी छोटूराम ने जमींदारा लीग की स्थापना की
1937 में अंग्रेजो ने चौधरी छोटूराम को सर की उपाधि दी
1938 में चौधरी छोटूराम ने मार्केटिंग बोर्ड का गठन किया जो किसानो से सम्बंधित था इसलिए इनको किसानो का मसीहा भी कहते है
चौधरी छोटूराम को दीनबंधु भी कहा जाता है
चौधरी छोटूराम के बचपन का नाम रिछपाल था
1942 में चौधरी छोटूराम ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान सर की उपाधि वापस लौटा दी थी
चौधरी छोटूराम की मृत्यु 1945 में हुई
भूपेंद्र सिंह हुड्डा : सांघी रोहतक से है
मनोहर लाल खट्टर : निदाना गांव रोहतक से है
महेंद्र चौधरी : ये 1999 में फिजी देश के प्रधानमंत्री बने है ये रोहतक से है
साक्षी मालिक : कुश्ती में है और रोहतक से है
अमित पंघाल : इनको छोटा टाइसन भी कहा जाता है
रोहतक के गुरूद्वारे :
लाखन माजरा गुरुद्वारा
बांग्ला साहिब गुरुद्वारा
मांजी साहिब गुरुद्वारा
रोहतक के स्मारक :
जिला स्तरीय युद्ध स्मारक – मानसरोवर पार्क में है
राज्य स्तरीय युद्ध स्मारक – MDU यूनिवर्सिटी में है
जींद जिला
जींद जिले की स्थापना 1 नवम्बर 1966 को हुई थी
हरियाणा के गठन के समय में जींद जिला हरियाणा का सबसे छोटा जिला था
जींद की मुर्र्हा नस्ल की भैंस पुरे विश्व में प्रसिद्ध है और इसको काला सोना भी कहा जाता है
1775 में जींद का किला बना
1798 में जॉर्ज थॉमस ने जींद पर कब्ज़ा किया था
जींद का विद्रोह 1814 में हुआ था और इस विद्रोह का नेतृत्व प्रताप सिंह ने किया था
1825 में जींद पर बलयाली जाति ने आक्रमण किया था और गुलाब सिंह के नेतृत्व में यह आक्रमण हुआ था
1857 की क्रांति के समय जींद के राजा स्वरूप सिंह थे जिन्होंने अंग्रेजो का साथ दिया था
1973 में जींद में प्लास्टिक उधोग बना
1974 में जींद में पशु चारा संयंत्र बना
2014 में चौधरी रणजीत सिंह विश्वविधालय बना
जींद को 2015 में NCR में शामिल किया था
2015 में ही VVPAT का प्रयोग हुआ जींद जिले के उपचुनाव में
पक्की सड़को का सबसे कम घनत्व जींद जिले में है
जींद में सबसे अधिक कच्ची सड़के है
जींद में सबसे कम झाड़ियाँ है
हरियाणा की सबसे प्राचीन रियासत जींद में है जिसको गजपत सिंह ने बनवाया था
हरियाणा की पहली कैशलेस जेल जींद में है
हरियाणा का ग्राम सचिवालय जींद में है गांव हैबतपुर में है
जींद के नरवाना में फ़ूड पार्क है
हरियाणा का पहला सेल्फी पॉइंट जींद जिले में है और सेल्फी मतदाताओं के जागरूक करने के लिए ली गयी थी
भगवान विष्णु का गांव – लक्ष्मी नारायण गांव जींद जिले में है
CNG बसों का नाम – हरियाणा उदय
नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे – जींद से सोनीपत जाता है
जींद जिले के टोड़ोखेड़ा का नया नाम – सरनाखेड़ा
जयंती देवी पुरातात्विक संग्रहालय जींद में है
VVPAT (Voter Varified Paper Audit Trial) पहली बार जींद उपचुनाव में प्रयोग की गयी थी 2015 में
जींद की सीमा सबसे अधिक हरियाणा के 7 जिलों से लगती है
सफीदो में सर्पदमन यज्ञ राजा परीक्षित ने करवाया था सफीदो का पुराना नाम सर्पदमन था
नरवाना में नरवाना लिंक नहर भी है
ऋषि जमदग्नि का संबंध जींद जिले से है
नेशनल हाईवे 52, 152, 352, सभी जींद जिले में है
जींद के स्टेडियम :
अर्जुन स्टेडियम
एकलव्य स्टेडियम
जींद जिले के प्राचीन नाम या उपनाम :
हरियाणा का दिल
जयंत पूरी
जयंत देवी नगर
दूध नगरी
जींद के पर्यटन स्थल :
रानी का तालाब
बुलबुल पर्यटन स्थल
हरियल नरवाना पर्यटन स्थल
जींद के उधोग :
चीनी उधोग
चमड़ा उधोग
साइकिल उधोग
जींद के मंदिर :
हटकेश्वर मंदिर
भूतेश्वर मंदिर
जयंती देवी का मंदिर
बाबा गैनी साहिब का मंदिर
बिलसर मंदिर
परशुराम का मंदिर
जींद के तीर्थ स्थान :
रामरायहद तीर्थ स्थान – भगवान परशुराम ने यज्ञ किया था
पाण्डु पिंडारा तीर्थ – इसे हरियाणा का लघु हरिद्धार कहा जाता है क्योकि यहां पर अपने पूर्वजों के पिंड दान की रस्म की जाती है
पुष्कर तीर्थ – परशुराम के पिता जगदग्नि ने तपस्या की थी
ढुँढ़वा तीर्थ – भारत में दुर्योधन यही आकर छिपा था जिसे भीम ने ढूंढ लिया था और उसको यही मारा था
हंस हेडर तीर्थ – सफीदो में है
सोमनाथ तीर्थ – जींद जिले में है
वराह तीर्थ – यहाँ भगवान विष्णु ने वराह अवतार लिया था
जमनी तीर्थ – ये भी जींद जिले में है
जींद के गुरूद्वारे :
धमतान साहिब गुरुद्वारा
जींद का किला :
महाराजा गजपत सिंह ने 1776 में इसको बनवाया था
जींद के वन्य जीव अभ्यारण :
बिरबारा वन्य जीव अभ्यारण
जींद के मेले :
हटकेश्वर मेला
बिलसर मेला
सच्चा सौदा मेला
धमतान साहिब मेला
बाबा भोलूनाथ का मेला
जामनी का मेला
जींद के विश्वविधालय :
चौधरी रणजीत सिंह विश्वविधालय
जींद के व्यक्ति :
महावीर गुड्डू – ये बम लेहरी के नाम से जाने जाते है
यजुवेंद्र चहल – क्रिकेट खिलाड़ी
कविता दलाल – WWE रेसलर, हरियाणा की आयरन लेडी भी कहते है इनको
विकास राणा – माऊंट एवरेस्ट की चढाई कर चुके है
वीरेंद्र सिंह – हरियाणा का ट्रेजडी किंग
गीता जुत्शी : एथलीट है जींद से है
जींद के संस्थान :
पशुओं का चारा प्लांट
कृषि ट्रेनिंग प्लांट
वीटा प्लांट
सहकारी दूध संस्थान
जींद के पार्क :
फ़ूड पार्क
हर्बल पार्क
सोनीपत जिला
सोनीपत जिले की स्थापना 22 दिसंबर 1972 को हुई
सोनीपत को पहले स्वर्णप्रस्थ कहा जाता था फिर स्वर्णपथ कहा जाने लगा
सोनीपत को ऋषि श्रवण ने बसाया था
सोनीपत के उपनाम या प्राचीन नाम – स्वर्णप्रस्थ, सोने का शहर, साइकिल सिटी, एजुकेशन सिटी
सोनीपत खुम्बी यानि मशरूम के लिए प्रसिद्ध है
सोनीपत में देश की पहली आधुनिक आंगनबाड़ी स्थापित की गयी है हसनपुर गांव में
1857 की क्रांति का नेतृत्व खरखौदा से बिरासत अली ने किया था
1880 में सोनीपत को रेलमार्ग से जोड़ा गया था
1951 में सोनीपत में एटलस साइकिल उधोग की स्थापना हुई
2015 में सोनीपत को नगर निगम घोषित किया गया और ये हरियाणा का दसवां नगर निगम है
सोनीपत रोहतक मंडल में आता है
गोहाना का किला पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था
गन्नौर में अंतरराष्ट्रीय मंडी है जो कैशलेस मंडी है
शेष शैया पर लेटे भगवान विष्णु की मूर्ति फ़िज़्लपुर सोनीपत से मिली है
हर्ष कालीन मुद्राएँ सोनीपत से मिली है
मुग़ल वास्तुकला के अवशेष सोनीपत से मिले है
गोहाना में मातु राम हलवाई की जलेबी प्रसिद्ध है
सोनीपत का घेवर भी बहुत प्रसिद्ध है
गोहाना में ही पीर जमाल की दरगाह है जो हिन्दू और मुस्लिम की एकता के लिए जानी जाती है
रिवाज़ खान का मकबरा भी सोनीपत में है
एथेनॉल प्लांट भी सोनीपत में है
खेड़ी गुर्जर सोनीपत में मिटटी के बर्तन के अवशेष मिले है
सोनीपत से नेशनल हाईवे 44 गुजरता है
सोनीपत में यमुना नदी बहती है
ककरोई जल विधुत परियोजना सोनीपत में है
बिजली विभाग ने सोनीपत जिले में बिजली रथ की शुरुआत की है
हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसर्च सेंटर की तरफ से सोनीपत को 50 लाख का ईनाम मिला है
सोनीपत के मेले :
बालक नाथ का मेला
सतकुंभा का मेला
बाबा शामाशाह का मेला
सोनीपत के मंदिर :
घपटेक्षर का मंदिर
सोनीपत के पर्यटन स्थल :
चकोर पर्यटन स्थल
सतकुंभा तीर्थ स्थल
सोनीपत के दरगाह और मजार :
मामा भांजा की दरगाह
पीर जमाल की मजार
सोनीपत के पार्क :
फ़ूड पार्क – राई में
फुटवियर और मार्बल पार्क – खरखौदा में
सोनीपत के विश्वविधालय :
भगत फूल सिंह महिला विश्वविधालय – खानपुर
दीनबंधु छोटूराम विश्वविधालय – मुरथल में
OP Jindal Global विश्वविधालय – सोनीपत में
मोतीलाल नेहरू विश्वविधालय – राई में (ये हरियाणा का पहला स्पोर्ट्स स्कूल है)
मोतीलाल नेहरू विश्वविधालय – इसके पहले कुलपति कपिल देव होंगे
भारत का पहला पर्यटन विश्वविधालय – राई में
पंडित लख्मीचंद यूनिवर्सिटी – अटरेना सोनीपत में
सैंडल विश्वविधालय – सोनीपत में है
अशोका विश्वविधालय – सोनीपत में है
BR Ambedkar Law University – सोनीपत में है
सोनीपत के व्यक्ति :
दीपचंद बहमन – हरियाणा का कालिदास (बचपन का नाम छज्जू राम था)
मांगेराम – हरियाणा का शिरोमणि कवि (ये पंडित लख्मी चंद के चेले थे)
पंडित लख्मी चंद – हरियाणा का शेक्सपियर, संगीत की मीरा, हरियाणा का तानसेन, और सूर्यकवि (जन्म 1903, मृत्यु 1945) (गुरु का नाम टिक्काराम)
नोट – दीपचंद बहमन और पंडित लख्मी चंद को हरियाणा का कालिदास और हरियाणा का शेक्सपियर कहा जाता है
तुले राम सांगी – ये एक सांगी कलाकार थे
बाजे भगत सांगी – ये एक सांगी कलाकार थे
तांशी और नुशी मलिक – इन दोनों ने माउन्ट एवरेस्ट पर चढाई की थी
मीमांशा मलिक – Zee Tv की एंकर
मेघना मलिक : फिल्म और टीवी कलाकार
कर्नल होशियार सिंह – सोनीपत से थे
योगेश्वर दत्त – हरियाणा खेलों के ब्रांड एम्बेसडर, पतंजली घी के ब्रांड एम्बेसडर, ट्रैक्टर्स का ब्रांड एम्बेसडर
दीपा मलिक – हरियाणा चुनाव आयोग की ब्रांड एम्बेसडर और ये दिल्ली चुनाव आयोग की भी ब्रांड एम्बेसडर है और भारतीय पैरा ओलंपिक कमेटी की अध्यक्ष भी है
मूलचंद जैन – हरियाणा के गाँधी के नाम से मशहूर है ये गोहाना से है
मौसम खत्री : कुश्ती खिलाड़ी है
किशन लाल भट्ट – हरियाणा में सांग की परम्परा शुरू करने वाले
फौजी मेहर सिंह – सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर थे
पानीपत जिला
पानीपत की स्थापना पहले 1989 को हुई लेकिन बाद में फिर से 1 जनवरी 1992 को पानीपत जिले की स्थापना हुई
नोट – पानीपत ऐसा जिला है जिसकी स्थापना 2 बार हुई है
पानीपत का पुराना नाम – परप्रस्थ था
पानीपत के प्राचीन नाम या उपनाम – बुनकरों का शहर, प्राणप्रस्थ, पेट्रो केमिकल हब
पाणिनि ऋषि के नाम पर पानीपत नाम पड़ा
हरियाणा की एकमात्र Eco Friendly Jail इको फ्रेंडली जेल पानीपत में है
हरियाणा का सबसे बड़ा पुल पानीपत में है जो 7 किलोमीटर लम्बा है
पानीपत करनाल मंडल में आता है
अमोनिया प्लांट पानीपत में है
भारत का पहला कृत्रिम रबड़ संयंत्र पानीपत में है
तेल शोधक कारखाना यानि तेल रिफाइनरी भी पानीपत में है
भारतीय सेना के कम्बल पानीपत में तैयार किये जाते है
पानीपत तापीय विधुत केंद्र सिवाह गांव में है
पानीपत ऊन उधोग के प्रसिद्ध है
पानीपत का पचरंगा अचार और बासमती चावल बहुत प्रसिद्ध है
पानीपत में ब्लू जे, स्काईलार्क और काला अम्ब, काबुली बाग मस्जिद, सलारगंज गेट, अलीशाह कलंदर की मजार और इब्राहिम लोदी का मकबरा है
पानीपत से नेशनल हाईवे 44 और 709 गुजरते है
1857 की क्रांति में पानीपत का नेतृत्व इमाम अली कलंदर ने किया था
पानीपत थर्मल पावर प्लांट 1979 में बना था
पानीपत के बोहली में तेल रिफाइनरी है जो 1980 में बनी थी
हरियाणा में 14 जनवरी 2018 को पहला मराठा दिवस मनाया गया
पानीपत के मंदिर :
दादा पोता का मंदिर
पाथरी माता का मंदिर
दिगंबर जैन मंदिर
देवी तालाब का मंदिर
नोट – देवी तालाब का मंदिर पानीपत के तीसरे युद्ध के बाद मराठो के सरदार मंगला रघुनाथ ने बनवाया
पानीपत के मेले :
दुर्गा अष्टमी मेला
कलंदर की मज़ार का मेला
पाथरी माता का मेला
पानीपत की मस्जिद :
काबुली बाग़ की मस्जिद
जामा मस्जिद
पानीपत की मज़ार :
अलीशाह कलंदर की मज़ार
शेख अनामुल्लाह की मज़ार
गौस अलीशाह की मज़ार
पानीपत के मक़बरे :
इब्राहिम लोदी का मकबरा
हेमू का मकबरा
पानीपत की दरगाह :
बू अलीशाह कलंदर की दरगाह
सैयद रोशन अलीशाह की दरगाह
हाली की दरगाह
जलालुद्दीन की दरगाह
पानीपत के युद्ध :
पानीपत का पहला युद्ध – 21 अप्रैल 1526 को ( बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच – इसमें बाबर जीता और इब्राहिम लोदी मारा गया)
इस युद्ध के बाद बाबर ने पानीपत में काबुली मस्जिद का निर्माण करवाया था
पानीपत का दूसरा युद्ध – 5 नवंबर 1556 को (हेमू और बैरम खान के बीच – इसमें बैरम खान जीता)
पानीपत का तीसरा युद्ध – 14 जनवरी 1761 को (काला अम्ब जगह पर मराठो और अहमद शाह अब्दाली के बीच – इसमें अहमद शाह अब्दाली जीता)
पानीपत के व्यक्ति :
नीरज चोपड़ा – भाला फेंक के खिलाड़ी
अल्ताफ हुसैन हाली – पानीपत के कवि (ये उर्दू भाषा के ग़ज़ल गायक थे)
अल्ताफ हुसैन हाली का जन्म 11 नवंबर 1837 में हुआ था और मृत्यु 30 सितम्बर 1914 में हुई थी
अल्ताफ हुसैन हाली की रचनाएँ – यादगार ऐ हाली , ह्या ऐ हाली , मुसदस ऐ हाली , मजलिस उलनसा , तरिया के जुमम
1904 में अल्ताफ हुसैन हाली को शम्स ऐ उलेमा की उपाधि मिली
जसवीर सिंह – कबड्डी के खिलाड़ी है
देशबंधु गुप्त – इन्होने हरियाणा को अलग राज्य बनाने की बात की थी
पानीपत के पर्यटन स्थल :
स्काईलार्क
काला अम्ब
सालारगंज
पानीपत के संग्रहालय :
आध्यात्मिक संग्रहालय – 1984 में बना था
पानीपत संग्रहालय – 2002 में बना था और इसमें पानीपत की तीनो लड़ाइयों के अवशेष रखे हुए है
कैथल जिला
कैथल जिले की स्थापना 1 नवंबर 1989 में हुई
कैथल रियासत के अंतिम शासक उदय सिंह थे
उदय सिंह का किला कैथल में है
कैथल रियासत के अंतिम कवि संतोष सिंह थे
हरियाणा का पहला पशु विज्ञानं केंद्र कैथल में है
चौशाला गांव की पंचायत ने घूँघट के विरुद्ध अभियान चलाया था ऐसा करने वाली यह हरियाणा की पहली पंचायत है
कैथल के प्राचीन नाम – कपिल स्थल, कपिल मुनि की नगरी, गुरुद्वारों का शहर, हरियाणा की छोटी काशी, हनुमान जी की जन्म स्थली
नोट – भिवानी को हरियाणा की काशी और कैथल को हरियाणा की छोटी काशी कहा जाता है
नवग्रह कुंड कैथल में है और नवग्रह कुंड के कारण ही कैथल को हरियणा की छोटी काशी कहा जाता है
गुहला चीका – इसका पुराना नाम गुलशहर था और इस गांव में इच्चकदाना का किला है और इस गांव में ही महाभारत कालीन घाट है
कैथल का सबसे पुराना कॉलेज – राधा कृष्ण सनातन धर्म कॉलेज 1954 में बना था
पुण्डरीक ऋषि का संबंध पुण्डरी से है यहाँ पर नीम शाहिब गुरुद्वारा है
कपिल ऋषि का संबंध कलायत से है और कलायत नगरी, कपिल मुनि की तपोस्थली है
फल्गु तीर्थ कैथल में है और फल्गु का मेला पुण्डरी में लगता है जो कैथल में है
लव कुश तीर्थ भी कैथल में है मुंदड़ी गांव में
मुंदड़ी गांव में ही संस्कृत विश्वविधालय है
अंजलि का किला पुण्डरी में है
अम्बकेशवर मंदिर कैथल में है
11 रुद्री शिव मंदिर कैथल में है
शाह कमाल की मज़ार कैथल में है
रजिया सुल्तान का मकबरा कैथल में है ये दिल्ली सल्तनत की पहली महिला शासक थी
अल्तुनिया का मकबरा कैथल में है
कैथल नेशनल हाईवे 52 पर है
कैथल के चारो और 8 दरवाजे है जिनके नाम है :
जीवन गेट
माता गेट
प्रताप गेट
डोगरा गेट
रेलवे गेट
कोठी गेट
चांटना गेट
क्योड़क गेट
सरस्वती वन्य जीव अभ्यारण कैथल में है जिसका दूसरा नाम सिओवसर या सोन्सर जंगल है ये 2007 में बना था
कैथल के मंदिर :
अम्बकेशवर मंदिर
11 रुद्री शिव मंदिर
देवजी का मंदिर (इसे गुफा वाला मंदिर भी कहा जाता है)
कैथल के गुरूद्वारे :
नीम साहिब गुरुद्वारा
टोपियों वाला गुरुद्वारा
मंजी साहिब गुरुद्वारा
गुरु नानक देव जी का गुरुद्वारा
कैथल के स्टेडियम :
इनडोर स्टेडियम
कैथल के व्यक्ति :
ममता सौदा – 2019 में इन्होने इंडोनेशिया की पहाड़ियों पर चढाई की थी
मोहन सिंह मंढार : इन्होने 1530 में बाबर के विरुद्ध विद्रोह किया था
सरदारी बेगम : हरियाणा की पहली महिला सांगी
कुरुक्षेत्र जिला
कुरुक्षेत्र की स्थापना 23 जनवरी 1973 को हुई थी
वैदिक सभ्यता का पालना – कुरुक्षेत्र को कहते है
राजा कुरु के नाम पर इसका नाम कुरुक्षेत्र पड़ा
कुरुक्षेत्र के प्राचीन नाम या उपनाम – धर्म नगरी, सिटी ऑफ़ पार्कस, श्रीकंठ जनपद
श्रीकंठ जनपद की राजधानी थानेसर थी
आईना ऐ अकबरी के अनुसार थानेसर का नाम स्थानेश्वर था
थानेसर को मुग़लो का द्धीप कहा जाता है
थानेसर हर्षवर्धन की राजधानी थी और प्राचीन काल में भारत की राजधानी भी थी
हर्षवर्धन की पुस्तक – प्रियदर्शिका, रत्नावली, नागानंद
बाणभट्ट की पुस्तक – हर्षचरित्र
पुष्यभूति ने स्थानेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण करवाया था
महमूद ग़ज़नवी ने 1014 में थानेसर का आक्रमण किया था और यहाँ से चक्र स्वामी महाराज की मूर्ति अपने साथ ले गया था
कुरुक्षेत्र में कुल 360 धार्मिक स्थल है
गीता भवन का निर्माण 1921 में रीवा के महाराज ने करवाया
ज्योतिसर में एक बरगद का पेड़ है इस बरगद के पेड़ के चारो ओर एक चबूतरा है इस चबूरते का निर्माण 1924 में दरभंगा के राजा ने करवाया
ज्योतिसर में श्रीकृष्ण अर्जुन रथ का निर्माण शंकराचार्य ने किया था
हरियाणा का सबसे पुराना गुरुकुल कुरुक्षेत्र में है जो 1954 में बना
1955 में बिड़ला मंदिर का निर्माण किशोर बिड़ला ने करवाया
कुरुक्षेत्र विश्वविधालय – 1956 में बना
कुरुक्षेत्र विश्वविधालय की पत्रिका – कलानिधि और जनरल स्टडी ऑफ़ हरियाणा
श्रीकृष्ण संग्रहालय -1987 में बना
सबसे पहली अनाज मंडी लाडवा कुरुक्षेत्र में है जो 1988 में बनी
कुरुक्षेत्र में आकाशवाणी केंद्र है जो 1991 में बना
नोट – हरियाणा में 3 आकाशवाणी केंद्र है पहला रोहतक में है दूसरा कुरुक्षेत्र में है और तीसरा हिसार में है
कुरुक्षेत्र में ही महाभारत का युद्ध लड़ा गया था और यह युद्ध 18 दिन चला था
महाभारत के रचयिता वेदव्यास है
वेद व्यास ने सबसे पहले महाभारत अपने पुत्र सुखदेव को सुनाई थी
महाभारत विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य है
महाभारत को पंचम वेद भी कहा जाता है यानि पांचवा वेद
महाभारत में पहले 8800 श्लोक थे जिसे जय संहिता कहा गया
महाभारत में कुल 1 लाख श्लोक और 19 अध्याय है
श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश ज्योतिसर कुरुक्षेत्र में दिया था और यह उपदेश रविवार को एकादशी के दिन 45 मिनट तक दिया था
हरियाणा का एकमात्र जिला जो हल्का नहीं है यानि थानेसर हल्का नहीं है यानि खुद के नाम पर विधानसभा की सीट नहीं है
अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थिया ब्रह्मसरोवर में बहाई गयी थी
ब्रह्म सरोवर एशिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित सरोवर है
कुरुक्षेत्र को हॉकी का गढ़ कहा जाता है
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए पहला अरोमा हर्बल पार्क कुरुक्षेत्र में है
पहली डिजिटल स्क्रीन कुरुक्षेत्र में है
चीनी मील शाहबाद में है जो कुरुक्षेत्र में है
चंद्रकूप का निर्माण युधिष्ठिर ने करवाया था
पेहवा का प्राचीन नाम पृथुदक था
पेहवा को हरियाणा की गया नगरी कहा जाता है
कुरुक्षेत्र के टीले :
हर्ष का टीला
कर्ण का टीला
भगवान पुर का टीला
दौलतपुर का टीला
कुरुक्षेत्र के संग्रहालय :
श्रीकृष्ण संग्रहालय -1987 में बना
गुलजारी लाल नंदा संग्रहालय – हरियाणा का पहला व्यक्तित्व संग्रहालय
थानेसर संग्रहालय – ये थानेसर में है
कुरुक्षेत्र के विश्वविधालय :
कुरुक्षेत्र विश्वविधालय – 1956 में बना
आयुष विश्वविधालय
राष्ट्रीय प्रौधोगिकी संस्थान NIT
कुरुक्षेत्र के मेले :
पेहोवा का मेला
मारकंडा का मेला
बैशाखी का मेला
कुरुक्षेत्र के मंदिर :
सर्वेश्वर महादेव मंदिर
देवीकूप मंदिर (महाकाली मंदिर)
चंद्रकूप का मंदिर
स्थानेश्वर महादेव का मंदिर
लक्समी नारायण मंदिर
नारायण मंदिर
बिरला मंदिर
अदिति का मंदिर
तिरुपति बालाजी का मंदिर
दुःख भजनेश्वर मंदिर
कुरुक्षेत्र के धार्मिक स्थल :
ब्रह्म सरोवर
बाण गंगा
कमलनाथ तीर्थ
चंद्रकूप तीर्थ
सन्निहित तीर्थ
ज्योतिसर तीर्थ
कालेश्वर तीर्थ
कुबेर तीर्थ
प्राची तीर्थ
बाबा काली कमली वाले का डेरा
गीता भवन
ऋषि दधीचि तीर्थ
विश्वामित्र तीर्थ
कुरुक्षेत्र के मक़बरे :
शेख चिल्ली का मकबरा – इसे हरियाणा का ताज महल भी कहते है
कुरुक्षेत्र के गुरूद्वारे :
पहली पातशाही गुरुद्वारा
छठी पातशाही गुरुद्वारा
नौवीं पातशाही गुरुद्वारा
दसवीं पातशाही गुरुद्वारा
राजघाट गुरुद्वारा
कुरुक्षेत्र के वन्य जीव अभ्यारण :
छिलछिला वन्य जीव अभ्यारण
कुरुक्षेत्र के प्रजनन केंद्र :
मगरमच्छ प्रजनन केंद्र – ये भौर सैदान में है
काला तीतर प्रजनन केंद्र – ये पीपली में है
कुरुक्षेत्र के व्यक्ति :
रानी रामपाल : Indian Hockey Women Captain ये शाहबाद से है
संदीप सिंह : Indian Hockey Player ये शाहबाद से है
बलदेव : Indian Hockey Coach ये शाहबाद से है
कुछ अन्य जानकारियाँ :
हरियाणा का राजकीय पक्षी – काला तीतर
हरियाणा का राजकीय पशु – काला हिरण
हरियाणा का राजकीय स्तनधारीय पशु – नीलगाय
चंडीगढ़ का राजकीय पक्षी – धूसर तीतर है
चंडीगढ़ का राजकीय पशु – हनुमान लंगूर है
कुरुक्षेत्र के पर्यटन स्थल :
पेरिकीट पर्यटन स्थल पीपली में है
अम्बाला जिला
अंबाला जिले की स्थापना 1 नवंबर 1966 को हुई थी
अंबाला शहर की उत्पत्ति अंबालिका नाम से हुई
ऐसा माना जाता है की अंबाला में आमों के बाग़ अधिक होने के कारण इसे अंबाला कहा जाने लगा
अंबाला का नामकरण 14 वी सदी में अंबा नामक राजपूत ने किया था
अंबाला में अंबा भवानी का मंदिर है
अंबाला के प्राचीन नाम – साइंस सिटी, मिक्सी सिटी, इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी, ट्विन सिटी
1842 में अंग्रेजो से अंबाला को शिमला से जोड़ा था
1843 में अंग्रेजो ने अंबाला में छावनी की स्थापना की
1857 की क्रांति की शुरुआत अंबाला छावनी से ही हुई थी
1857 में ही अम्बाला में सेंट पॉल चर्च की स्थापना हुई
1860 में हरियाणा में सबसे पहले डाक सेवा शुरू हुई थी
1885 में पहला समाचार पत्र जैन प्रकाश अंबाला से छपा था जिसे जिया लाल जैन ने निकाला था
अंबाला में एक शहीद स्मारक प्रस्तावित किया गया है 2018 में जिसका संबंध 1857 की क्रांति के शहीदों से है
अंबाला में ऐतिहासिक नगर नारायणगढ़ है
आर्यो की राजधानी अंबाला हुआ करती थी
सबसे ज्यादा नेशनल हाईवे अंबाला जिले से गुजरते है – NH-5, NH-44, NH-65, NH-152, NH-352
उत्तर भारत का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन अंबाला जंक्शन है
हरियाणा में सबसे अधिक पक्की सड़के अंबाला में है
अंबाला में शिवालिक पर्वत श्रृंखला है जो वर्षा का प्रमुख कारण है
नारायणगढ़ में किले का निर्माण सिरमौर की शासक लक्ष्मी नारायण ने करवाया था
सुंध पहले अंबाला में था लेकिंन अब यमुनानगर में है प्राचीन काल में सुंध एक व्यापारिक केंद्र था और सुंध में प्राचीन सिक्के मिले जो तोमर और चौहान वंश के थे
अंबाला में भारत के वैज्ञानिक उपकरणों का उत्पादन होता है इसलिए अंबाला को विज्ञानं नगरी भी कहा जाता है
नाथूराम गोडसे को फांसी की सजा अंबाला जेल में हुई थी
अंबाला में सेंट पॉल चर्च है
अंबाला में नदियाँ – घग्घर, टांगरी, मारकंडा
अंबाला में अधिकतम सिचाईं नांगल सिचाईं परियोजना के तहत होती है
अंबाला में अधिकतम काली मिटटी पायी जाती है
अंबाला में सबसे अधिक मसाले होते है और सबसे अधिक हल्दी होती है
अंबाला के गुरूद्वारे :
गोविंदपुरा साहिब गुरुद्वारा
सूरजकुंड गुरुद्वारा
लखनौर साहिब गुरुद्वारा
मांजी साहिब गुरुद्वारा
नोट – मांजी साहिब गुरुद्वारा तीन जिलों में है रोहतक, कैथल और अंबाला
अंबाला के प्रसिद्ध उधोग :
सीमेंट कारखाना
सिलाई मशीन उधोग
इलेक्ट्रॉनिक्स कारखाना
रेलवे गैरेज और वैगन वर्कशॉप
खाध प्रसंस्करण केंद्र
मिक्सी उधोग
नोट – एशिया का सबसे बड़ा उधोग मिक्सी उधोग है
अंबाला के पर्यटन स्थल :
महावीर उधान
इंदिरा उधान
किंगफ़िशर
अंबाला के विश्वविधालय :
महर्षि मारकंडेश्वर विश्वविधालय – ये मुलाना में है जो अंबाला में है
अंबाला के मेले :
वामन द्वादशी का मेला
गोगा नवमी का मेला
शारदा देवी का मेला
तीज सावन का मेला
दशहरा का मेला
अंबाला के मंदिर :
अंबिका देवी का मंदिर
दुःख भंजनी मंदिर
अंबाला की दरगाह :
नौगजा पीर की दरगाह
बाबा नागा पीर की दरगाह
अंबाला के व्यक्ति :
जूही चावला – फिल्म अभिनेत्री
परिणीति चोपड़ा – फिल्म अभिनेत्री
ओमपुरी – फिल्म अभिनेता
सुचेता कृपलानी –
जोहरा बाई – ग़ज़ल गायिका
राय बहादुर लाल मुरलीधर – ये कांग्रेस की पहली शाखा हरियाणा में लेकर आये और सबसे पहली शाखा कांग्रेस की 1886 में अंबाला में लेकर आये
सुषमा स्वराज : दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री थी
यमुनानगर जिला
यमुनानगर जिले की स्थापना 1 नवंबर 1989 को हुई थी
यमुनानगर का प्राचीन नाम अब्दुल्लापुर है
यमुनानगर में चीड़ और साल के पेड़ पाए जाते है
यमुनानगर में लाल चेस्टनट मिट्टी पायी जाती है
गन्ने के उत्पादन में यमुनानगर का पहला स्थान है
चौधरी देवीलाल प्राकृतिक पार्क यमुनानगर के रुद्रपुर में है
यमुनानगर में कलेसर राष्ट्रीय उधान है जो लाल जंगली मुर्गी के लिए प्रसिद्ध है इस राष्ट्रीय उधान को 2003 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा मिला
यमुनानगर में कलेसर वन्य जीव अभ्यारण भी है
हाथी पुनर्वास और अनुसंधान केंद्र यमुनानगर में है जो वनसंतुर के जंगलो में खोला गया है
गौ अभ्यारण यमुनानगर में है
यमुनानगर में गोला बारूद बनाया जाता है
टिंबर उधोग यमुनानगर में है
यमुनानगर से नेशनल हाईवे 73 गुजरता है
जगाधरी का पुराना नाम – युगांधरी था
जगाधरी और यमुनानगर को जुड़वाँ शहर कहा जाता है
कुणिन्द कालीन सिक्के जगाधरी से प्राप्त हुए है
जगाधरी में रेलवे वर्कशॉप है
जगाधरी में परशुराम सर्व धर्म मंदिर भी है
जगाधरी में चनेस्टी का स्तूप भी है यह हर्षवर्धन के समय का स्तूप है और इसका वर्णन ह्वेनसांग की पुस्तक सी-यु-की में मिलता है
छछरौली यमुनानगर में है
छछरौली को हरियाणा का चेरापूंजी कहा जाता है
छछरौली में पंचमुखी हनुमान मंदिर है
छछरौली का विद्रोह 1818 में हुआ था जिसका नेतृत्व जोधा सिंह ने किया था
छछरौली में रानी की खिड़की है
छछरौली में कलसिया रियासत का किला है
बीरबल का रंगमहल यमुनानगर के गुड़िया गांव में है
बिलासपुर का पुराना नाम व्यासपुर है जो महर्षि वेदव्यास के नाम पर पड़ा है
बिलासपुर में ऋषि वेदव्यास तप करते थे इसलिए ये उनकी तपोस्थली थी
बिलासपुर में लौहगढ़ सूर्यकुंड है
बिलासपुर में चिट्ठा मंदिर और हनुमान की श्वेत मूर्ति भी है
नर नारायण की गुफा यमुनानगर में है
1857 की क्रांति में छछरौली के राजा शोभा सिंह ने अंग्रेजो का साथ दिया था
1865 में उत्तर भारत की सबसे पुरानी रेलवे वर्कशॉप स्थापित हुई
1929 में बल्लालपुर पेपर मिल की स्थापना हुई
1933 में यमुनानगर में सरस्वती शुगर मिल की स्थापना की गयी और यह हरियाणा की सबसे बड़ी शुगर मिल है
1938 में भारत स्टार्च केमिकल लिमिटेड की स्थापना की गयी
1969 में हरियाणा डिस्टलरी की स्थापना की गयी
2008 में यमुनानगर में दीनबंधु छोटूराम तापीय विधुत परियोजना की स्थापना हुई
पश्चिमी यमुना नहर विधुत परियोजना भी यमुनानगर में है
BILT बिलासपुर इंडस्ट्री लिमिटेड टेक्नोलॉजी ये भी यमुनानगर में है
गुरु गोविन्द सिंह मार्शल आर्ट संग्रहालय यमुनानगर में है
हथिनी कुंड को मछुवारो का स्वर्ग कहा जाता है
हरियाणा का सिख कैपिटल लोहागढ़ (यमुनानगर) है
अगस्त्य ऋषि का संबंध कपाल मोचन से है
यमुनानगर के मुस्तफाबाद का नाम बदलकर हरियाणा सरकार ने सरस्वती नगर रखा है
टोपरा अभिलेख को फ़िरोज़शाह तुगलक ने यमुनानगर से दिल्ली के लाल किले में स्थापित कर दिया था
एशिया की सबसे बड़ी प्लाईवुड मार्किट यमुनानगर में है
यमुनानगर के मंदिर :
चिट्ठा मंदिर
परशुराम सर्व धर्म मंदिर
आदि बद्रीनाथ मंदिर
कपाल मोचन मंदिर
श्री कलेश्वर मंदिर
यमुनानगर के व्यक्ति :
संजीव राजपूत
कंवरपाल गुर्जर
दीपिका ठाकुर – महिला हॉकी टीम की उपकप्तान रह चुकी है
सुनील दत्त – फिल्म अभिनेता
यमुनानगर के किले :
छछरौली का किला
बुढ़िया का किला
साढौरा का किला
यमुनानगर के मेले :
कपाल मोचन मेला
पंचमुखी मेला
यमुनानगर के स्टेडियम :
बिल्ट फुटबॉल स्टेडियम
यमुनानगर के पर्यटन स्थल :
हथिनी कुंड
कलेसर
ताजेवाला
गे पेलिकन
चरखी दादरी
चरखी दादरी की स्थापना 1 दिसंबर 2016 को हुई थी
चरखी दादरी की स्थापना दादुर शब्द से हुई है दादुर शब्द का अर्थ है मेंढक
मेंढको की अधिकता के कारण इसका नाम दादरी पड़ा है
ऐसा भी कहा जाता है की दादरी की स्थापना पृथ्वी राज चौहान के बेटे बिल्हव राज ने की थी
1857 की क्रांति में चरखी दादरी का नेतृत्व बहादुर जंग ने किया था
1938 में चरखी दादरी में उत्तर भारत का सबसे बड़ा सीमेंट उधोग स्थापित किया गया
1958 में रामकृष्ण गुप्ता ने चरखी गांव को दादरी के साथ जोड़ा और फिर इसका नामकरण चरखी दादरी हुआ
1981 में दादरी के सीमेंट उधोग का अधिग्रहण Cement Corporation of India ने कर लिया
1996 में चरखी दादरी में विमान दुर्घटना हुई जिसमे 349 लोग मारे गए एक विमान सऊदी अरब का था और दूसरा कज़ाकिस्तान का
दादरी का संस्थापक दादर राज फौगाट को भी माना जाता है
दादरी की सीमा किसी भी राज्य से नहीं लगती है
नोट : रोहतक और चरखी दादरी 2 ऐसे जिले है जिनकी सीमा किसी भी राज्य से नहीं लगती और किसी केंद्र शासित प्रदेश से भी नहीं लगती
चरखी दादरी में हिलना पत्थर कलियाना की पहाड़ियों में पाया जाता है भारत में यह एकमात्र स्थान है जहां हिलना पत्थर मिलता है
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में दादरी का स्थान 11 था
चरखी दादरी की हवेली :
सीताराम की हवेली
मिर्ज़ापुर हवेली
चरखी दादरी के पर्यटन स्थल :
डेरेंगो पर्यटन स्थल
चरखी दादरी के मंदिर :
रेस्ट हाउस मंदिर
रंगीला हनुमान मंदिर
इमलोटा मंदिर
चरखी दादरी के व्यक्ति :
महावीर फौगाट – इन पर दंगल फिल्म बनी थी
विनेश फौगाट – ये कुश्ती खिलाड़ी है और 2016 में इन्हे अर्जुन अवार्ड को और 2018 में इन्हे पद्मश्री अवॉर्ड मिला है
हुकुम सिंह – ये हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री थे (199o में ये हरियाणा के मुख्यमंत्री बने)
चरखी दादरी के सरोवर :
श्याम सरोवर
चरखी दादरी की दरगाह :
पीर मुबारक शाह की दरगाह
चरखी दादरी की पहाड़ियाँ :
कपूर की पहाड़ियाँ
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