Haryana Land Record Patwari Complete Notes Download
लैंड रिकॉर्ड पटवारी नोट्स हिंदी में: हरियाणा में Land Record Patwari से संबंधित काफी सारी जानकारी इस पोस्ट में आपको मिलेगी जैसे –
जमाबंदी
खतौनी नंबर
खेवट नंबर
लाल किताब
खसरा गिरदावरी
लाल डोरा
लेकिन सबसे पहले हम Land Record Patwari से संबंधित कुछ अन्य जानकारी लेते है
Scale of Land Measurement भूमि मापने के पैमाने
1 हेक्टेयर – 10,ooo m² (100 मीटर लम्बाई * 100 मीटर चौड़ाई)
1 हेक्टेयर – 2.47 एकड़ (एकड़ को किले भी बोलते है तो 2.5 किले 1 हेक्टेयर में होते है)
1 एकड़ (किले) का क्षेत्रफल – 4046.85 m² (10,ooo m²/2.47 एकड़)
नोट : एकड़ से छोटी इकाई को फरद या कनाल कहा जाता है
1 एकड़ (किले) में कनाल – 8 कनाल
1 कनाल का क्षेत्रफल – 505.85 वर्ग मीटर (4046.85 m²/8 कनाल)
1 कनाल में मरला – 20 मरला
1 एकड़ (किले) में मरला – 160 मरला (8 कनाल * 20 मरला)
1 मरले का क्षेत्रफल – 25.29 वर्ग मीटर (505.85 वर्ग मीटर/20 मरला)
1 मरला में सरसाई – 9 सरसाई
1 सरसाई का क्षेत्रफल – 2.81 वर्ग मीटर (25.29 वर्ग मीटर/9 सरसाई)
1 एकड़ (किले) में बीघे – 5 बीघे
नोट – 4 कनाल का एक बीघा होता है
1 किला कितने फुट का होता है – 43560 वर्ग फुट
किला पूर्व से पश्चिम तक 220 फुट का होता है और उत्तर से दक्षिण तक 198 फुट का होता है इसलिए एक किला (220*198) 43560 वर्ग फुट का होता है
1 वर्ग फुट = 0.0929 m² होता है तो एक किले का क्षेत्रफल ( 43560*0.0929 m²) 4046.85 m² ही आएगा
1 करम में कितने फुट होते है – 5.5 फुट या फिर 66 इंच
1 किले में पूर्व से पश्चिम तक 40 करम होते है और उत्तर से दक्षिण तक 36 करम होते है और किला पूर्व से पश्चिम तक 220 फुट का होता है और उत्तर से दक्षिण तक 198 फुट का होता है इसलिए
1 करम में = 220/40= 5.5 फुट पूर्व से पश्चिम तक
1 करम में = 198/63 = 5.5 फुट उत्तर से दक्षिण तक
1 करम का क्षेत्रफल – 5.5*5.5 = 30.25 वर्ग मीटर होता है
1 यार्ड में कितने फुट होते है – 3 फुट
1 मुरब्बा कितने किलों के बराबर होता है – 25 क़िले या 200 कनाल
Land Record Terminology शब्दावली ऑफ़ लैंड रिकार्ड्स
जमाबंदी Jamabandi – जमाबंदी को फरद भी बोला जाता है और “Records of Rights” भी बोला जाता है
दूसरी भाषा में जमाबंदी, भूमि की मालकियत और फसल बोने के अधिकारों की एक बुक है
जमाबंदी में मालिक की जमीन का पूरा ब्यौरा होता है अगर भूमि के मालिक ने कोई loan लिया हो तो वो भी जमाबंदी में दिखाया जाता है, दिखाना पड़ता है
जमाबंदी को तैयार कौन करता है – पटवारी (हर 5 साल में)
नोट – जमाबंदी की 2 कॉपी बनाई जाती है पहली कॉपी जिले के रिकॉर्ड रूम में भेजी जाती है और दूसरी कॉपी पटवारी के पास रहती है
जमाबंदी पर हस्ताक्षर कौन करता है – Revenue Officer (उस जिले का)
आजकल जमाबंदी को ऑनलाइन बनाया जाता है और देखा भी जाता है और जमाबंदी में 12 कॉलम होते है
खेवट नंबर – जितनी जमीन मालिक के पास है उस जमीन को एक नंबर दिया जाता है जिसे खेवट नंबर कहते है और हर 5 साल बाद ये खेवट नंबर revise होते है
खतौनी नंबर : उस समय यानी मौके पर खेती करने वाला कौन होता है उसको खुद को एक नंबर दिया जाता है जिसे खतौनी नंबर कहते है
दूसरी भाषा में खतौनी में काश्तकार का वर्णन होता है काश्तकार वो होता है जो भूमि को जोतता है या खेती करता है
काश्तकार : भूमि को जोतने वाला या बोने वाला काश्तकार कहलाता है
खसरा गिरदावरी : “Records of Land Cultivation” यानि खेती का फसलवार निरिक्षण कहते है
गिरदावरी कौन करता है – पटवारी (हर 6 महीने में)
पटवारी अक्टूबर में खरीफ की फसल की गिरदावरी करता है और मार्च में रबी की फसल की गिरदावरी करता है
लाल किताब : इसको “Village NoteBook” कहते है
यानि गांव की भूमि से संबंधित पूरी जानकारी देने वाली बुक को लाल किताब कहते है इस किताब में ये ब्यौरा होता है की गांव की कितनी जमीन पर फसल बोयी जा रही है और गांव की कितनी जमीन बंजर है
लाल डोरा : लाल डोरा के अंतर्गत जितनी भी भूमि या जमीन आती है उस पर लोग बस सकते है अपना जीवन जी सकते है और घर बना सकते है
नोट : HALRIS वेबसाइट से ऑनलाइन जमाबंदी निकली जा सकती है
हदबस्त : तहसील में गांव का सिलसिलेवार नंबर यानि ये गांव का एक क्रम नंबर होता है जो तहसील में दर्ज होता है
गिरदावर या कानूनगो : पटवारी के काम को देखने वाला गिरदावर कहलाता है या कानूनगो कहलाता है, पटवारी जो भी काम करता है ये उसका निरिक्षण करता है
रकबा : खेत के क्षेत्रफल को रकबा कहते है
खसरा गिरदावरी : खातेवार, मालकियत, बोने और लगान का रजिस्टर
फसल खरीफ़ : इनको सावनी फसल कहते है
फसल रबी : इनको आषाढ़ी फसल कहते है
इक़रारनामा : आपसी फैसला (अगर कोई विवाद हो भूमि को लेकर और वो आपसी फैसले से मान जाये उसे इक़रारनामा कहते है)
मुज़ारा : ये लगान होता है जो भूमि जोतने वाला देता है अपने मालिक को
गिरदावरी : खेतो का फसलवार निरिक्षण करना गिरदावरी कहलाता है
पड़त पटवार : ये रिकार्ड्स की कॉपी होती है जिसे पटवारी अपने पास रखता है या रिकार्ड्स की वो कॉपी जो पटवारी के पास रखी जाती है उसे पड़त पटवार कहते है
दफ़्तर कानूनगो : ये तहसील कार्यालय का कानूनगो होता है
चाही नहरी : नहर या कुँए द्वारा सिंचित भूमि को चाही नहरी कहते है
शज़रा : ये खेतो की सीमाओं को दिखने वाला नक्शा होता है
ज़रीब : भूमि को मापने के लिए लोहे की जंजीर होती है जो 10 करम लम्बी होती है
शज़रा किश्तवार : ट्रेसिंग पेपर या ट्रेसिंग क्लॉथ पर बना हुआ नक्शा शज़रा किश्तवार कहलाता है
शज़रा पारचा : कपड़े पर बना हुआ खेतों का नक्शा शज़रा पारचा कहलाता है
अक्श शजरा : शज़रे की नक़ल
इंतकाल : मलकियत की तबदीली का आदेश ( जमीन का मालिक कोई और हो जाना या मालिकाना हक़ को बदलना)
फील्ड बुक : खेतो के क्षेत्रफल की विवरण बुक ( इसमें खेत या जमीन कितनी है उसका पूरा ब्यौरा होता है)
पैमाईश : खेत को मापना
रेनफॉल रजिस्टर : तहसील में वर्षा कब हुई ओले पड़े या नहीं ये सब लिखा होता है इस रजिस्टर में
Current Price Register : इसमें प्रमुख खाद्यान फसलों के मूल्य का विवरण होता है
मुंतखिब असामवीर : खेतो का विवरण और प्रत्येक को दिए गए किराए के नोट के साथ मालिक और किराएदार के बीच का बयान होता है
शज़र नस्ब : भूमिदारो की वंशावली ( जमीन पहले किसके नाम थी और अब किसके नाम है ये सब लिखा होता है)
रोजनामचा वक्ती : हर रोज की घटनाओं की डायरी
मुस्तलील : 25 एकड़ का समूह (200 कनाल)
मुरब्बा : 25 किलो का समूह (200 कनाल)
Lal Dora Free Yojna लाल डोरा मुक्त योजना
लाल डोरा मुक्त योजना का नाम है SVAMITVA
SVAMITVA – Survey of Village Abadi & Mapping With Improvised Technology in Village Area.
लाल डोरे की शुरुआत 1908 में अंग्रेजो ने की थी
लाल डोरे का अर्थ क्या होता है – अगर जमीन लाल डोरे के अंदर है तो नक्शा पास करवाने की जरुरत नहीं होती है उस जमीन पर मकान या घर बना सकते है बिना किसी के अनुमति लिए लेकिनं इस जमीन की रेजिस्ट्री नहीं होती है और अगर घर बेचना हो तो उसमे मुश्किल होती है और उस जमीन पर कोई भी बैंक लोन नहीं देता है
नोट : हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जिसने लाल डोरा मुक्त करने की बात की है
1 नवंबर 2018 को मनोहर लाल खट्टर जी ने यह घोषणा की थी और 25 दिसंबर 2019 को इसके लिए एक योजना बनाई गयी जिस योजना का नाम था SVAMITVA
स्वामित्व SVAMITVA – इसके साथ एक दस्तावेज दिया जाता है जिसका नाम है टाइटल डीड Title Dead
Title Dead – यह मालिकाना हक़ को दिखाता है
25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाया जाता है
24 अप्रैल 2020 को मनोहर लाल खट्टर जी ने स्वामित्व SVAMITVA योजना को लागु कर दिया था और इसी दिन पंचायती राज दिवस मनाया जाता है
नोट : गांव की मैपिंग Mapping सर्वे ऑफ़ इंडिया Survey of India करती है
Some Useful Terms Related to Land Record Patwari :
मौजा – गांव
शर्क – पूर्व
गर्व – पश्चिम
शुमाल – उत्तर
जनूब – दक्षिण
चकौता – नगद लगान
वालिद – पिता
वाल्दा – माता
वल्दियत – पिता का नाम
हमशीरा – बहन
खाका – प्रारूप
मेंड – खेत की सीमा
इकरारनामा – आपसी फैसला
झण्डी – लाइन की सिधाई के लिए 12 फुट का बास
पत्ती तरफ ठोला – गांव में मालिकों का समूह
दफ्तर कानूनगो – तहसील कार्यालय का कानूनगो
सदर कानूनगो – जिला कार्यालय का कानूनगो
बरानी फसल – वर्षा पर निर्भर फसल
आबी – नहर और कुओ के अलावा सिंचित भूमि
बंजर जदीद – 4 फसलों तक खली भूमि
बंजर कदीम – 8 फसलों तक खली भूमि
बटाई – पैदावार का भाग
निस्फी – पैदावार का 1/2 भाग
चहाराम – पैदावार का 1/4 भाग
तीन चहाराम – पैदावार का 3/4 भाग
बाया – भूमि को बेचने वाला
मुस्तरी – भूमि को खरीदने वाला
बेय – जमीन बेच देना
तकावी – फसल ऋण
दस्तक – Right of Demand
गोरा देह भूमि – गांव के साथ लगने वाली भूमि
झल्लार – खेतो को नदी नालो से पानी देने का साधन
यह भी पढ़े : हरियाणा कनाल पटवारी
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