Laws and Types of Motion in Hindi – गति के नियम और गति के प्रकार हिंदी में

Laws and Types of Motion in Hindi – गति के नियम और गति के प्रकार हिंदी में

हेलो दोस्तों, आज हम पढ़ेंगे की गति क्या होती है, गति के कितने प्रकार होते है, गति के नियम क्या है जिसमे हम पढ़ेंगे न्यूटन के गति के नियम, न्यूटन ने गति के 3 नियम बताये है उन सबको आज हम अच्छे से पढ़ेंगे और उसके बाद हम पढ़ेंगे की जड़त्व किसे कहते है और उत्तोलक किसे कहते है और उत्तोलक कितने प्रकार के होते है और इन सबके बारे में उतना ही पढ़ेंगे जितना प्रतियोगिता परीक्षा में पूछा जाता है और जहा से प्रश्न बनते है या परीक्षा में प्रश्न आते है।

What is Motion गति क्या है – समय के साथ किसी वस्तु की स्थिति में परिवर्तन को गति कहा जाता है यानि की समय के साथ अगर किसी वस्तु की स्थिति में बदलाव हो रहा है तो वस्तु की उस अवस्था को गति कहते है।

गति के उदाहरण : रोड पर चलती हुई कार, पानी में तैरती हुई नाव, समुंद्र में चलता हुआ जहाज और हवा में उड़ता हुआ हवाई जहाज ये सभी गति के उदाहरण है।

Types of Motion गति के प्रकार

Linear Motion – जब कोई वस्तु एक सीधी रेखा में चलती है तो उस गति को Linear Motion कहते है जैसे – पेड़ से गिरता हुआ फल

Uniform Motion – जब कोई वस्तु एक निश्चित दिशा में समान समय में समान दूरी तय करती है तो उस गति को Uniform Motion कहते है जैसे – कोई वस्तु पहले घंटे में भी 15 किलोमीटर चले दूसरे घंटे में भी 15 किलोमीटर चले और तीसरे घंटे में भी 15 किलोमीटर चले

Non-Uniform Motion – जब कोई वस्तु एक निश्चित दिशा में समान समय में अलग अलग दूरी तय करती है तो उस गति को Non-Uniform Motion कहते है जैसे – कोई वस्तु पहले घंटे में 15 किलोमीटर चले दूसरे घंटे में 10 किलोमीटर चले

Random Motion – जब कोई वस्तु चलती अवस्था में अपनी दिशा बदल लेती है तो उस गति को Random Motion कहते है जैसे फूलो पर मंडराती हुई तितलियाँ

Circular Motion – जब कोई वस्तु वृत्तीय मार्ग पर चलती है तो उस गति को Circular Motion कहते है जैसे पृथ्वी की गति

नोट: यदि वह वस्तु एकसमान चाल से गति करती है तो उसकी गति को एक सामान व्रतीय गति कहते है।

Uniform Circular Motion – जब कोई वस्तु वृत्तीय मार्ग पर समान समय में समान दूरी तय करती है तो उसे Uniform Circular Motion कहते है जैसे सूर्य के चारो ओर पृथ्वी की गति

Oscillatory Motion – जब कोई वस्तु एक निश्चित बिंदु के ऊपर निचे या दाएं बाएं चलती है तो उस गति को Oscillatory Motion कहते है झूले की गति 

Projectile Motion – धनुष से छूटा हुआ बाण, हवाई जहाज से गिराया हुआ बम, तोप से छूटा हुआ गोला ये सब Projectile Motion के उदाहरण है

Laws of Motion गति के नियम

भौतिकी के पिता न्यूटन ने 1687 में अपनी पुस्तक प्रिंसिपिया में सबसे पहले गति के नियमो का उल्लेख किया था न्यूटन ने गति के 3 नियम बनाये जिनके बारे में आज हम पढ़ेंगे

Newton’s First Law of Motion न्यूटन का पहला गति का नियम – न्यूटन का पहला नियम हमे यह बताता है की अगर कोई वस्तु विराम अवस्था में है तो वो वस्तु विराम अवस्था में ही रहेगी और यदि कोई वस्तु एकसमान चाल से सीधी रेखा में चल रही है तो वो वस्तु ऐसे ही चलती रहेगी जब तक कि उस वस्तु पर कोई बाहरी बल ना लगाया जाए अगर बाहरी बल लगाते है तो उस वस्तु की वर्तमान अवस्था में परिवर्तन हो जाएगा

न्यूटन के पहले नियम को गैलीलियो का नियम या जड़त्व का नियम भी कहते है और न्यूटन के पहले नियम से ही बल की परिभाषा मिलती है

जड़त्व के उदाहरण : रेलगाड़ी के अचानक चलने पर उसमे बैठे यात्री पीछे की और झुक जाते है

चलती हुई गाडी में अचानक ब्रेक लगाने पर उसमे बैठे यात्री आगे की ओर झुक जाते है

Newton’s Second Law of Motion न्यूटन का दूसरा गति का नियम : न्यूटन का दूसरा नियम हमे यह बताता है की किसी वस्तु के संवेग में परिवर्तन की दर, उस वस्तु पर लगे हुए बल के समानुपाती होती है और संवेग में जो परिवर्तन होता है वो बल की दिशा में होता है

Newton’s Third Law of Motion न्यूटन का तीसरा गति का नियम : प्रत्येक क्रिया के बराबर, प्रतिक्रिया होती है लेकिन विपरीत दिशा में

उदाहरण : बन्दुक से गोली चलाने पर, जो चलाता है उसको पीछे की और धक्का लगता है या चलाने वाला पीछे की ओर हो जाता है

What is Lever उत्तोलक क्या होता है

उत्तोलक एक मजबूत छड़ होती है जो किसी निश्चित बिंदु के चारो ओर घूम सकती है आजादी से

उत्तोलक के 3 बिन्दु होते है – आलंब (Fulcrum), आयास (Effort), भार (Load)

आलंब (Fulcrum) – ये वो निश्चित बिन्दु होता है जिसके चारो ओर उत्तोलक चक्कर लगाता है

आयास (Effort) – उत्तोलक को उपयोग में लाने के लिए उस पर जो बल लगाया जाता है उसे आयास (Effort) कहते है

भार (Load) – उत्तोलक जो बोझ उठाता है उसे भार कहते है

Types of Lever उत्तोलक के प्रकार

प्रथम श्रेणी का उत्तोलक : इसमें आलंब (Fulcrum) जो होता है वो आयास (Effort) और भार (Load) के बीच में होता है और इस उत्तोलक में यांत्रिक लाभ 1 से कम, 1 से अधिक या 1 के बराबर इनमे से कुछ भी हो सकता है इसके उदाहरण – कैंची, प्लाश, संडासी, हैंड पम्प

दितीय श्रेणी का उत्तोलक : इसमें भार (Load) जो होता है वो आलंब (Fulcrum) और आयास (Effort) के बीच में होता है और इस उत्तोलक में यांत्रिक लाभ हमेशा 1 से अधिक होता है उदाहरण – निम्बू निचोड़ने की मशीन

तृतीय श्रेणी का उत्तोलक : इसमें आयास (Effort) जो होता है वो आलंब (Fulcrum) और भार (Load) के बीच में होता है और इस उत्तोलक में यांत्रिक लाभ हमेशा 1 से कम होता है उदाहरण – चिमटा

उम्मीद है दोस्तों आपको हमने जो जानकारी दी है उससे आप संतुष्ट होंगे और आपको गति क्या होती है, गति के कितने प्रकार होते है, गति से सम्बंधित न्यूटन के 3 नियम, उत्तोलक के बारे में अच्छे से जानकारी मिली होगी अगर आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ शेयर करे जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हो।

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