Haryana GK Kurukshetra District PDF Notes – कुरुक्षेत्र जिला GK (Important for All HSSC Exams)
कुरुक्षेत्र जिला
कुरुक्षेत्र की स्थापना 23 जनवरी 1973 को हुई थी
वैदिक सभ्यता का पालना – कुरुक्षेत्र को कहते है
राजा कुरु के नाम पर इसका नाम कुरुक्षेत्र पड़ा
कुरुक्षेत्र के प्राचीन नाम या उपनाम – धर्म नगरी, सिटी ऑफ़ पार्कस, श्रीकंठ जनपद
श्रीकंठ जनपद की राजधानी थानेसर थी
आईना ऐ अकबरी के अनुसार थानेसर का नाम स्थानेश्वर था
थानेसर को मुग़लो का द्धीप कहा जाता है
थानेसर हर्षवर्धन की राजधानी थी और प्राचीन काल में भारत की राजधानी भी थी
हर्षवर्धन की पुस्तक – प्रियदर्शिका, रत्नावली, नागानंद
बाणभट्ट की पुस्तक – हर्षचरित्र
पुष्यभूति ने स्थानेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण करवाया था
महमूद ग़ज़नवी ने 1014 में थानेसर का आक्रमण किया था और यहाँ से चक्र स्वामी महाराज की मूर्ति अपने साथ ले गया था
कुरुक्षेत्र में कुल 360 धार्मिक स्थल है
गीता भवन का निर्माण 1921 में रीवा के महाराज ने करवाया
ज्योतिसर में एक बरगद का पेड़ है इस बरगद के पेड़ के चारो ओर एक चबूतरा है इस चबूरते का निर्माण 1924 में दरभंगा के राजा ने करवाया
ज्योतिसर में श्रीकृष्ण अर्जुन रथ का निर्माण शंकराचार्य ने किया था
हरियाणा का सबसे पुराना गुरुकुल कुरुक्षेत्र में है जो 1954 में बना
1955 में बिड़ला मंदिर का निर्माण किशोर बिड़ला ने करवाया
कुरुक्षेत्र विश्वविधालय – 1956 में बना
कुरुक्षेत्र विश्वविधालय की पत्रिका – कलानिधि और जनरल स्टडी ऑफ़ हरियाणा
श्रीकृष्ण संग्रहालय -1987 में बना
सबसे पहली अनाज मंडी लाडवा कुरुक्षेत्र में है जो 1988 में बनी
कुरुक्षेत्र में आकाशवाणी केंद्र है जो 1991 में बना
नोट – हरियाणा में 3 आकाशवाणी केंद्र है पहला रोहतक में है दूसरा कुरुक्षेत्र में है और तीसरा हिसार में है
कुरुक्षेत्र में ही महाभारत का युद्ध लड़ा गया था और यह युद्ध 18 दिन चला था
महाभारत के रचयिता वेदव्यास है
वेद व्यास ने सबसे पहले महाभारत अपने पुत्र सुखदेव को सुनाई थी
महाभारत विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य है
महाभारत को पंचम वेद भी कहा जाता है यानि पांचवा वेद
महाभारत में पहले 8800 श्लोक थे जिसे जय संहिता कहा गया
महाभारत में कुल 1 लाख श्लोक और 19 अध्याय है
श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश ज्योतिसर कुरुक्षेत्र में दिया था और यह उपदेश रविवार को एकादशी के दिन 45 मिनट तक दिया था
हरियाणा का एकमात्र जिला जो हल्का नहीं है यानि थानेसर हल्का नहीं है यानि खुद के नाम पर विधानसभा की सीट नहीं है
अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थिया ब्रह्मसरोवर में बहाई गयी थी
ब्रह्म सरोवर एशिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित सरोवर है
कुरुक्षेत्र को हॉकी का गढ़ कहा जाता है
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए पहला अरोमा हर्बल पार्क कुरुक्षेत्र में है
पहली डिजिटल स्क्रीन कुरुक्षेत्र में है
चीनी मील शाहबाद में है जो कुरुक्षेत्र में है
चंद्रकूप का निर्माण युधिष्ठिर ने करवाया था
पेहवा का प्राचीन नाम पृथुदक था
पेहवा को हरियाणा की गया नगरी कहा जाता है
कुरुक्षेत्र के टीले :
हर्ष का टीला
कर्ण का टीला
भगवान पुर का टीला
दौलतपुर का टीला
कुरुक्षेत्र के संग्रहालय :
श्रीकृष्ण संग्रहालय -1987 में बना
गुलजारी लाल नंदा संग्रहालय – हरियाणा का पहला व्यक्तित्व संग्रहालय
थानेसर संग्रहालय – ये थानेसर में है
कुरुक्षेत्र के विश्वविधालय :
कुरुक्षेत्र विश्वविधालय – 1956 में बना
आयुष विश्वविधालय
राष्ट्रीय प्रौधोगिकी संस्थान NIT
कुरुक्षेत्र के मेले :
पेहोवा का मेला
मारकंडा का मेला
बैशाखी का मेला
कुरुक्षेत्र के मंदिर :
सर्वेश्वर महादेव मंदिर
देवीकूप मंदिर (महाकाली मंदिर)
चंद्रकूप का मंदिर
स्थानेश्वर महादेव का मंदिर
लक्समी नारायण मंदिर
नारायण मंदिर
बिरला मंदिर
अदिति का मंदिर
तिरुपति बालाजी का मंदिर
दुःख भजनेश्वर मंदिर
कुरुक्षेत्र के धार्मिक स्थल :
ब्रह्म सरोवर
बाण गंगा
कमलनाथ तीर्थ
चंद्रकूप तीर्थ
सन्निहित तीर्थ
ज्योतिसर तीर्थ
कालेश्वर तीर्थ
कुबेर तीर्थ
प्राची तीर्थ
बाबा काली कमली वाले का डेरा
गीता भवन
ऋषि दधीचि तीर्थ
विश्वामित्र तीर्थ
कुरुक्षेत्र के मक़बरे :
शेख चिल्ली का मकबरा – इसे हरियाणा का ताज महल भी कहते है
कुरुक्षेत्र के गुरूद्वारे :
पहली पातशाही गुरुद्वारा
छठी पातशाही गुरुद्वारा
नौवीं पातशाही गुरुद्वारा
दसवीं पातशाही गुरुद्वारा
राजघाट गुरुद्वारा
कुरुक्षेत्र के वन्य जीव अभ्यारण :
छिलछिला वन्य जीव अभ्यारण
कुरुक्षेत्र के प्रजनन केंद्र :
मगरमच्छ प्रजनन केंद्र – ये भौर सैदान में है
काला तीतर प्रजनन केंद्र – ये पीपली में है
कुरुक्षेत्र के व्यक्ति :
रानी रामपाल : Indian Hockey Women Captain ये शाहबाद से है
संदीप सिंह : Indian Hockey Player ये शाहबाद से है
बलदेव : Indian Hockey Coach ये शाहबाद से है
कुछ अन्य जानकारियाँ :
हरियाणा का राजकीय पक्षी – काला तीतर
हरियाणा का राजकीय पशु – काला हिरण
हरियाणा का राजकीय स्तनधारीय पशु – नीलगाय
चंडीगढ़ का राजकीय पक्षी – धूसर तीतर है
चंडीगढ़ का राजकीय पशु – हनुमान लंगूर है
कुरुक्षेत्र के पर्यटन स्थल :
पेरिकीट पर्यटन स्थल पीपली में है